Fact Check: PM मोदी का साल 2016 का वीडियो G-20 सम्मेलन का बताकर किया गया शेयर

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साल 2016 का वीडियो G-20 सम्मेलन 2022 से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। हमारी जांच में दावा भ्रामक निकला।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। इंडोनेशिया के बाली में हुई जी-20 बैठक के बाद से सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ भव्य तरीके से स्वागत करते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर वीडियो को हालिया बताते हुए दावा किया जा रहा है कि इंडोनेशिया में आयोजित G-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आठ बार स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया।  

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अमेरिका में कांग्रेस के एक संयुक्त सत्र के संबोधन का है। इसी संबोधन के वीडियो को हाल का बताकर वायरल किया जा रहा है। वीडियो का इंडोनेशिया में आयोजित G-20 सम्मेलन से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‘पंकज नंदा ’ ने 18 नवंबर को इस वीडियो को अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है। वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है ,”Our Respected PM Modi recieved standing ovation for 8 times during his address in G 20  meeting.”

हिंदी अनुवाद : हमारे आदरणीय पीएम मोदी ने G20 बैठक में संबोधन के दौरान 8 बार स्टैंडिंग ओवेशन प्राप्त किया।

फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

हमने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले वीडियो को गौर से देखा, तो हमने पाया कि वीडियो पर इंडिया टुडे का लोगो लगा हुआ है। इसके बाद हमने इंडिया टुडे के आधिकारिक फेसबुक पेज को खंगालना शुरू किया। हमें यह वीडियो फेसबुक पेज पर 9 जून 2016 को अपलोड हुआ मिला। दी गई जानकारी के अनुसार, यह वीडियो यूएस कांग्रेस के संयुक्त सत्र के संबोधन के दौरान का है, जहां खूब तालियां बजी थीं।

यहां से जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने संबंधित कीवर्ड से खबरें सर्च करनी शुरू की। इस दौरान हमें भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 11 जून 2016 को वीडियो अपलोड मिला। यहां पीएम मोदी के अमेरिकी संसद के संबोधन का पूरा कार्यक्रम देखा जा सकता है।

हमें जांच के समय एक अन्य न्यूज रिपोर्ट दैनिक जागरण डॉट कॉम की वेबसाइट पर भी प्रकाशित मिली। रिपोर्ट को 9 जून 2016 को प्रकाशित किया गया था। वायरल वीडियो से जुड़ी खबर को पढ़ा जा सकता है। प्रकाशित खबर के अनुसार,‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र के संबोधन के दौरान खूब तालियां बजीं। पीएम मोदी की स्पीच के दौरान कुछ पल ऐसे भी आए, जब पूरा कांग्रेस तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और सभी सांसदों ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया।’ पूरी खबर यहां पढ़ें।

सर्च के दौरान हमें ऐसी कई खबरों मिलीं, जिनमें बताया गया कि अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में पीएम मोदी के भाषण के दौरान लगभग 9 बार उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया था। वनइंडिया हिंदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो से जुड़ी एक न्यूज़ रिपोर्ट को अपलोड करते हुए बताया,’US कांग्रेस के ज्वाइंट सेशन में नरेंद्र मोदी की स्पीच की जमकर तारीफ हुई थी। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में मोदी के आते ही अमेरिका सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाईं। सोशल मीडिया पर यह ट्रेंड होने लगा कि मोदी की 48 मिनट की स्पीच के दौरान कैसे 72 बार तालियां बजीं। कम से कम 9 बार उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया गया। इसके बाद जैसे ही उन्होंने अपनी स्पीच खत्म की अमेरिकी सांसदों में उनका ऑटोग्राफ लेने की होड़ लग गई।’

हमारी यहां तक की पड़ताल से यह बात तो साफ हुई कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो हालिया नहीं पुराना है। वीडियो के बारे में पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो के पत्रकार नीलू रंजन से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वीडियो अभी का नहीं है, पुराना है। वीडियो अमेरिकी संसद की संयुक्त सभा का है जहां उनके स्पीच के दौरान खूब तालियां बजाई गई थी।”

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को अभी का बताकर शेयर करने वाले यूजर पंकज नंदा की जांच की। जांच में पता चला कि फेसबुक पर यूजर के 1 हजार फॉलोअर्स हैं। इस पेज को 27 जून 2020 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साल 2016 का वीडियो G-20 सम्मेलन 2022 से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। हमारी जांच में दावा भ्रामक निकला।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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