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Fact Check: आतंकी संगठन PKK समर्थकों ने किया था पेरिस के एयरपोर्ट पर हमला, सांप्रदायिक व फेक दावे से वायरल हो रहा वीडियो

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब फ्रांस से तुर्किये के लिए पीकेके आतंकवादी संगठन के सदस्य फ़िराज़ कोरकमाज़ के प्रत्यर्पण का विरोध करने के लिए समर्थकों ने एयरपोर्ट पर मौजूद स्टाफ और सिविलियन्स पर हमला कर दिया था। अब इसी वीडियो को फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

  • By: Umam Noor
  • Published: Apr 5, 2024 at 05:51 PM
  • Updated: Apr 5, 2024 at 07:28 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को एयरपोर्ट के अंदर तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि फ्रांस में अवैध रूप से रह रहे 160 मुसलमानों को डिपोर्ट किया जा रहा था, तो सबने मिलकर एयरपोर्ट को तहस-नहस कर दिया।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब फ्रांस से तुर्किये के लिए पीकेके आतंकवादी संगठन के सदस्य फ़िराज़ कोरकमाज़ के प्रत्यर्पण का विरोध करने के लिए समर्थकों ने पेरिस के एयरपोर्ट पर मौजूद स्टाफ और सिविलियन्स पर हमला कर दिया था। अब इसी वीडियो को फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

 क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘फ़्रांस में अवैध रूप से रह रहे 160 मुस्लिम को डिपोर्ट किया जा रहा था सबने मिलकर फ़्रांस एयरपोर्ट को तहस-नहस कर डाला। सेक्युलरिज्म का कीड़ा पूरे यूरोप को तबाह कर रखा है।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने ‘फ्रांस एयरपोर्ट हमला’ कीवर्ड के साथ न्यूज सर्च किया। सर्च में तुर्किये की anadolu agency पर 28 मार्च 2024 को पब्लिश रिपोर्ट मिली। इस खबर में वायरल वीडियो के स्क्रीनग्रैब को देखा जा सकता है। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘पेरिस में फ्रांस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर पीकेके आतंकवादी संगठन के समर्थकों द्वारा की गई घटना में तीन लोग घायल हो गए। स्थानीय मीडिया के अनुसार, फ्रांस से तुर्किये के लिए पीकेके सदस्य फ़िराज़ कोरकमाज़ के प्रत्यर्पण का विरोध करने वाले संगठन के लगभग 20 समर्थक चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर पहुंचे। समूह ने कोर्कमाज़ को ले जा रही राष्ट्रीय प्रत्यावर्तन इकाई टीम पर हमला किया। हवाई अड्डे पर आतंकवादी समर्थकों और वहां मौजूद लोगों के बीच तनाव पैदा हो गया। फ्रांसीसी सैनिकों द्वारा घटना पर नियंत्रण पा लिया गया।”

तुर्किये की वेबसाइट डेली सबह पर इस मामले पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘फ्रांस से तुर्किये के लिए पीकेके सदस्य फ़िराज़ कोर्कमाज़ के प्रत्यर्पण का विरोध करने के लिए तकरीबन 20 समर्थक चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर पहुंचे और वहां उत्पात मचाया, इस घटना में तीन लोग जख्मी हो गए।

इस वायरल वीडियो को टीआरटी वर्ल्ड के एक्स हैंडल पर भी देखा जा सकता है। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ये मामला पीकेके समर्थकों के हमले का है।

जानकारी के मुताबिक, ‘कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके), जिसे कोंगरा-जेल के नाम से भी जाना जाता है, एक उग्रवादी मार्क्सवादी-लेनिनवादी कुर्द अलगाववादी समूह है, जिसे 1978 में एकीकृत, स्वतंत्र कुर्दिस्तान बनाने के लक्ष्य के साथ स्थापित किया गया था।

वहीं, तुर्किये की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘पीकेके एक आतंकवादी संगठन है। इसको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई देशों द्वारा आतंकवादी संगठन माना गया है, जिसमें यूरोपीय संघ के सदस्य और संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे अन्य देश शामिल हैं। यूरोपीय संघ ने भी 2004 में पीकेके को एक आतंकवादी इकाई के रूप में नामित किया।”

वायरल वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए फ्रांस के आईएफसीएन सिग्नेटरी ऑब्जर्वर के फैक्ट चेकर अलेक्जेंडर कैपरून से संपर्क किया।उन्होंने पुष्टि देते हुए बताया कि यह मामला पीकेके के समर्थकों द्वारा किये गए उत्पात का है।  

फर्जी पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर के एक लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब फ्रांस से तुर्किये के लिए पीकेके सदस्य फ़िराज़ कोरकमाज़ के प्रत्यर्पण का विरोध करने के लिए समर्थकों ने पेरिस के एयरपोर्ट पर मौजूद स्टाफ और सिविलियन्स पर हमला कर दिया था। अब इसी वीडियो को फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

  • Claim Review : फ्रांस में अवैध रूप से रह रहे 160 मुसलमानों को डिपोर्ट किया जा रहा था, तो सबने मिलकर एयरपोर्ट को तहस-नहस कर दिया।
  • Claimed By : पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ
  • Fact Check : झूठ
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