Fact Check: ट्रेन दुर्घटना का बता कर बीकानेर में हुई मॉक ड्रिल का वीडियो शेयर कर रहे हैं लोग

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया। असल में यह वीडियो एक मॉक ड्रिल का है, किसी असली रेल दुर्घटना का नहीं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)।  सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक के ऊपर एक चढ़े हुए ट्रेन के डिब्बे दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में अफरा-तफरी के माहौल के बीच राहत और बचाव का काम होता देखा जा सकता है। कुछ यूजर इसे बीकानेर के लालगढ़ रेलवे स्टेशन के पास हुई एक रेल दुर्घटना का बताते हुए शेयर कर रहे रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने इस वीडियो की जांच की और इस दावे को गलत पाया। असल में यह वीडियो एक मॉक ड्रिल का है, किसी असली दुर्घटना का नहीं।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Digital Gwalior News (आर्काइव ) ने 14 नवंबर को यह वीडियो शेयर किया और साथ में लिखा “Bikaner Train Accident- बीकानेर ट्रेन हादसा, रेल दुर्घटना में कोच के ऊपर चढ़ गया दूसरा कोच बीकानेर में ट्रेन हादसा ! बीकानेर के लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन दुर्घटना, ट्रेन के डिब्बों में फंसे यात्रियों को निकालने के प्रयास जारी! ”

इस पोस्ट के आर्काइव  वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल करने के लिए हमने कीवर्ड्स से सर्च कर ढूंढा कि क्या बीकानेर में ऐसा कोई ट्रेन हादसा हुआ है? हमें कहीं भी ट्रेन हादसे की कोई खबर नहीं मिली, मगर हमें बीकानेर के लालगढ़ में हुई ट्रेन हादसे की मॉक ड्रिल को लेकर कुछ खबरें जरूर मिलीं, जिनमें वायरल दावे में इतेमाल वीडियो के स्क्रीनशॉट देखे जा सकते हैं।

पत्रिका डॉट कॉम की 15 नवम्बर 2024 की खबर के अनुसार, “लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को ट्रेन के कोच पर कोच चढ़े देख एकबारगी  हर किसी की धड़कन बढ़ गई। सूचना मिली कि ट्रेन शंटिंग के दौरान हादसा हो गया है। रेलवे का बचाव राहत दल पहुंच गया। इसके बाद स्पष्ट हुआ कि यह रेल हादसा नहीं, रेलवे का मॉक ड्रिल हैं। इस दौरान राजस्थान आपदा प्रतिक्रिया दल (एसडीआरएफ) व राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल (एनडीआरएफ) की टीमों ने मोर्चा संभाला। मौके पर कोच को काटकर अलग किया गया। इनमें फंसे यात्रियों को बाहर निकालने और डमी घायलों को एबुलेंस से अस्पताल पहुंचाने की रिहर्सल की गई। सूचना देने के काउंटर समेत तमाम व्यवस्थाएं की गई। करीब सवा घंटे चली इस रिहर्सल में विभिन्न विभागों के क्विक रिस्पॉन्स  को परखा गया। अपर मण्डल रेल प्रबंधक रुपेश यादव ने बताया कि एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन यानी एआरटी को आधुनिक बनाया जा रहा है। इस मॉक ड्रिल के दौरान सामने आई कमियों को सुधारा जाएगा।”

हमें इस वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स भास्कर डॉट कॉम पर मौजूद एक वीडियो में भी मिले। वीडियो का टाइटल था “बीकानेर में रेलवे का मॉक ड्रिल:लालगढ़ में शंटिंग के दौरान दो डिब्बों में टक्कर, एक-दूसरे के ऊपर चढ़े।”

हमें इस पूरे मॉक ड्रिल का एक वीडियो 24 News Rajasthan के यूट्यूब पेज पर भी मिला। इस वीडियो में वायरल रील वाले कई कीफ्रेम्स देखे जा सकते हैं।  वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था, “बीकानेर के लालगढ़ रेलवे स्टेशन (Lalgarh Railway Station) पर दो ट्रेनों की मॉक ड्रिल टक्कर (Mock Drill Collision) हुई, जिसमें बचाव कार्य जारी है। यह घटना रेलवे प्रशासन की सुरक्षा मॉक ड्रिल (Safety Mock Drill) का हिस्सा है, जिससे आपात स्थिति में सुरक्षा कार्यों का परीक्षण किया जा रहा है। जानें कैसे रेलवे कर्मियों ने बचाव कार्य (Rescue Operations) को संभाला।”

हमने इस विषय में पुष्टि के लिए राजस्थान में दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ नरेंद्र शर्मा से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया कि यह 14 नवंबर को हुई मॉक ड्रिल का वीडियो है, जिसे असली दुर्घटना का समझ लोग शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Digital Gwalior News की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर के 34 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया। असल में यह वीडियो एक मॉक ड्रिल का है, किसी असली रेल दुर्घटना का नहीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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