Fact Check : महाराष्‍ट्र के बस स्‍टैंड पर हुई मॉक ड्रिल के वीडियो को लोगों ने सच समझकर किया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट में किया गया दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि महाराष्ट्र के अमरावती के परतवाड़ा बस स्‍टैंड पर हुई एक मॉक ड्रिल के वीडियो को कुछ लोग असली घटना समझकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। 2:54 मिनट के इस वीडियो में कई जवानों को देखा जा सकता है। ये लोग एक बस से दो लोगों को उतारते हुए दिखे। यूजर्स इस वीडियो को वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि महाराष्‍ट्र में दो आतंकी पकड़ाए हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट के दावे की गहराई से जांच की। हमें पता चला कि अमरावती के परतवाड़ा बस स्‍टैंड पर हुई एक मॉक ड्रिल के वीडियो को कुछ लोग असली घटना समझकर वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Yogesh Pashine ने 23 अक्‍टूबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘महाराष्ट्र के अमरावती (परतवाड़ा) मे दो आतंकवादी पकडे गये। ये बस मे बम ले कर जा रहे थे। अब सवाल या है कि पुलवामा में विस्फोटक कहा से आया पूछने वालों अब क्या पूछोंगे ।🤔🤔 आपको बता दु महाराष्ट्र में शिवसेना की एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन की सरकार है।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। वीडियो को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत वायरल वीडियो की स्‍कैनिंग से की। वीडियो को देखने से ही हमें पता चला कि यह जरूर किसी मॉक ड्रिल का वीडियो है। इसके बाद संबंधित कीवर्ड के साथ हमने यूट्यूब पर ओरिजनल वीडियो को ढूंढना शुरू किया। हमें कई यूट्यूब चैनलों पर यह वीडियो मिला। जीएमएस फॉस्‍ट नाम के एक चैनल ने वीडियो को अपलोड करते हुए मॉक ड्रिल बताया। इसे यहां देखा जा सकता है।

https://www.youtube.com/watch?v=UvbXrcRjJ3M

वायरल वीडियो जैसा ही एक वीडियो हमें दूसरे यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसमें भी परतवाडा बस स्‍टैंड पर मॉक ड्रिल की बात कही गई। खबर में बताया गया कि अमरावती के परतवाड़ा बस स्‍टैंड में मॉक ड्रिल में थानेदार सदानंद मानकर और क्‍यूआरटी टीम ने आरोपी पकड़े। पूरा वीडियो यहां देखा जा सकता है। यह वीडियो विदर्भ प्रभात नाम के एक यूट्यूब चैनल ने 14 अक्‍टूबर को अपलोड किया।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने पुलिस निरीक्षक एस. एच. से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो मॉक ड्रिल का है। इसका किसी आतंकी के पकड़े जाने से कोई संबंध नहीं है।

अब हमें यह जानना था कि वायरल पोस्‍ट करने वाला यूजर कौन है। फेसबुक यूजर Yogesh Pashine की सोशल स्‍कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर महाराष्‍ट्र के गोंदिया का रहने वाला है। एक खास विचारधारा से प्रभावित इस यूजर के अकाउंट पर हमें वायरल कंटेंट ज्‍यादा दिखा।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट में किया गया दावा फर्जी साबित हुआ। जांच में पता चला कि महाराष्ट्र के अमरावती के परतवाड़ा बस स्‍टैंड पर हुई एक मॉक ड्रिल के वीडियो को कुछ लोग असली घटना समझकर वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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