Fact Check: मध्य प्रदेश में COVID- 19 के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा युवक की पिटाई का वीडियो भ्रामक दावे से वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो साल 2020 का मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा का है। युवक की पिटाई करने वाले दोनों ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई  हुई थी। अब इस पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक को कुछ पुलिसकर्मी बेरहमी से पीटते हुए देखे जा सकते हैं। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि यह मामला हाल- फिलहाल सामने आया है और इस वीडियो को इतना शेयर किया जाए कि यह सरकार तक पहुंच सके,ताकि  इस मामले पर करवाई हो।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो साल 2020 का मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा का है। युवक की पिटाई करने वाले दोनों ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई  हुई थी। अब इस पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”देश के मुहाफ़िज़ का हाल देखो।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और गूगल लेंस के जरिये उन्हें सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो एक एक्स हैंडल पर 23 मई 2020 को अपलोड हुआ मिला, यहां दी जानकारी के मुताबिक, यह मामला मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा का है।

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल आगे बढ़ाई और हमें इस वीडियो का स्क्रीनग्रैब इंडियन एक्सप्रेस की खबर में मिला। 25 मई 2020 की खबर में बताया कि यह मामला मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से लगभग 70 किलोमीटर दूर पिपल्यानारनावर कस्बे में सामने आया, जहां एक बैंक के बाहर उपद्रव मचाने पर 35 वर्षीय एक व्यक्ति की पुलिस द्वारा पिटाई की गई। और इस मामले के आठ दिन बाद मारपीट का वीडियो वायरल हुआ, दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है।

बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार, क्रूर पिटाई का वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में हेड कांस्टेबल कृष्ण डोंगरे और कांस्टेबल आशीष को फील्ड ड्यूटी से हटा दिया गया या “लाइन हाजिर” कर दिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शशांक गर्ग ने कहा, “एक शराबी व्यक्ति हंगामा कर रहा था और दोनों पुलिसकर्मियों ने उसके खिलाफ बल प्रयोग किया।” उन्होंने कहा कि पुलिस के एक उपमंडल अधिकारी (एसडीओपी) इस मामले की जांच करेंगे, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, ‘जिस व्यक्ति की पिटाई की गई उसकी पहचान छिंदवाड़ा शहर के पिपल्यानारायणवार निवासी राजमिस्त्री नानू के रूप में हुई है। 30 वर्षीय व्यक्ति की कथित तौर पर 10 दिन से अधिक समय पहले पिटाई हुई थी। हालांकि, दोनों कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया गया है और जांच के आदेश दिए गए हैं।

वायरल पोस्ट से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने हमारे सहयोगी नई दुनिया के छिंदवाड़ा के ब्यूरो चीफ आशीष मिश्रा से संपर्क किया और वायरल पोस्ट उनके साथ शेयर की। उन्होंने हमें पुष्टि देते हुए बताया कि यह वीडियो मधय प्रदेश का एक पुराना मामला है।

भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 16 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो साल 2020 का मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा का है। युवक की पिटाई करने वाले दोनों ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई  हुई थी। अब इस पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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