Fact Check: अर्जुन हाथी के अंतिम संस्कार के वीडियो को छत्तीसगढ़ का बताकर किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि महिलाओं पर लाठीचार्ज के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असली वीडियो छत्तीसगढ़ का नहीं, बल्कि कर्नाटक का है। हासन जिले में अर्जुन हाथी के अंतिम संस्कार के दौरान भीड़ बढ़ने और लोगों के विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर लाठीचार्ज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिस को महिला को धमकाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बीजेपी की सरकार आते ही औरतों पर आत्याचार करना शुरू कर दिया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असली वीडियो छत्तीसगढ़ का नहीं, बल्कि कर्नाटक का है। हासन जिले में अर्जुन हाथी के अंतिम संस्कार के दौरान भीड़ बढ़ने और लोगों के विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘जितेंद्र जसाकिया’ ने 5 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “छत्तीसगढ़ में जब तक भूपेश थे जब टेक भरोसा था आज भूपेश नहीं है अड़ानी की सरकार है और महिला को पीटा जा रहा है …सत्य मेव जयते पर कीसका अदानी का???”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/BrijeshKumarIND/status/1743131168114139293

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के केई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता वीडियो न्यूज 18 कन्नड़ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो को 5 दिसंबर 2023 को अपलोड किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वीडियो हासन जिले में अर्जुन हाथी के अंतिम संस्कार के दौरान का है। भीड़ बढ़ने और लोगों के विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी थी। 4.29 मिनट पर वायरल वीडियो में नजर आ रही दोनों महिलाओं को देखा जा सकता है। 

पड़ताल के दौरान हमें अर्जुन हाथी के अंतिम संस्कार से जुड़े वीडियो कई अन्य यूट्यूब चैनल पर मिले। इन वीडियो में भी वायरल वीडियो में नजर आ रही महिला को देखा जा सकता है। 

द हिंदू की वेबसाइट पर 5 दिसंबर 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जुन हाथी की मौत के बाद लोकल लोगों ने वन विभाग के आधिकारिकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। साथ ही लोगों ने यह भी मांग की थी कि अंतिम संस्कार मैसूर में हो, जहां के दशहरा त्योहार में अर्जुन हाथी शामिल हुआ करता था।

न्यूज 24 की वेबसाइट पर 5 दिसंबर 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, वन अधिकारी SP महादेव का कहना है कि चिकमंगलुरु  जिले से एक जंगली हाथी बेंगलुरु में घुस आया था। इसी जंगली हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने अभियान चलाया था। इसी अभियान के दौरान अर्जुन की मौत हो गई। जंगली हाथी और अर्जुन की लड़ाई हो गई थी। जंगली हाथी ने अपने दांतों को अर्जुन के पेट में घुसा दिया था और ज्यादा खून निकलने की वजह से उसकी मौत हो गई। 

टाइम्स नाउ की वेबसाइट पर 8 दिसंबर 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई और स्थानीय नागरिकों ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि सरकार अर्जुन की मौत के असली कारण को छुपा रही है।

अधिक जानकारी के लिए हमने कर्नाटक के स्थानीय टीवी पत्रकार यासिर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो अर्जुन हाथी के अंतिम संस्कार का है।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्केन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधार से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि महिलाओं पर लाठीचार्ज के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। असली वीडियो छत्तीसगढ़ का नहीं, बल्कि कर्नाटक का है। हासन जिले में अर्जुन हाथी के अंतिम संस्कार के दौरान भीड़ बढ़ने और लोगों के विरोध प्रदर्शन के कारण पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। 

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