विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि वायरल पोस्ट फर्जी है। जिस वीडियो को भेड़ाघाट का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह कर्नाटक के जोग फॉल्स का है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। फेसबुक से लेकर वॉट्सऐप तक पर एक वाटरफॉल का विहंगम दृश्य वाला वीडियो खूब वायरल हो रहा है। यूजर्स इसे मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित भेड़ाघाट वाटरफॉल के नाम से वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि दरअसल यह वीडियो भेड़ाघाट का नहीं है ना ही यह जबलपुर में बनाया गया है, बल्कि यह कर्नाटक के जोग वाटरफॉल का है।
फेसबुक पेज Pithampur Meri Jaan ने 24 जुलाई को एक वाटरफॉल का वीडियो अपलोड किया। इसके साथ यूजर ने दावा किया कि यह भेड़ाघाट का मनोरम दृश्य है।
इसी वीडियो को दूसरे यूजर्स भी भेड़ाघाट के नाम से वायरल कर रहे हैं। वायरल पोस्ट का फेसबुक और आर्काइव वर्जन देखें।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले भेड़ाघाट के नाम पर वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड किया। इसके बाद इसके कई ग्रैब निकाल कर गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। हमें वायरल वीडियो जोग वाटरफॉल के नाम से कई जगह दिखा।
नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर भी वायरल वीडियो को जोग वाटरफॉल के नाम से ही अपलोड किया गया था।
गूगल सर्च से हमें पता चला कि जोग वाटरफॉल कर्नाटक के शिवमोगा जिले में मौजूद है। टिपएडवाइजर वेबसाइट पर हमें इस वाटरफॉल की कई तस्वीरें मिलीं, जो वायरल वीडियो में दिख रहे जलप्रपात जैसी ही हैं।
ज्यादा जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने मध्य प्रदेश टूरिज्म के क्षेत्रीय प्रबंधक एसपी सिंह से बात करने की कोशिश की। उन्होंने हमें बताया कि इस वीडियो के जरिए यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि यह भेड़ाघाट का विहंगम दृश्य है। हमारे यहां संगमरमर वादियों के बीच से नर्मदा नदी गुजरती हुई भेड़ाघाट में धुआंधार जलप्रपात बनाती है।
पड़ताल के दौरान हमने जबलपुर के भेड़ाघाट के वीडियो को भी खंगाला। हमें एमपी टूरिज्म के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला। 28 दिसंबर 2010 को अपलोड इस वीडियो में दूसरे मिनट से भेड़ाघाट का सीन मिला। यह वायरल वीडियो से एकदम अलग दिखा। वीडियो को आप यहां देख सकते हैं।
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने उस फेसबुक पेज की जांच की, जिसने कर्नाटक के वीडियो को मध्य प्रदेश का बताकर वायरल किया। हमें पता चला कि फेसबुक पेज Pithampur _ Meri Jaan पर पीथमपुर की खबरों के अलावा मप्र की खबरों को भी प्रमोट किया जाता है। 6 जनवरी 2018 को बनाए गए इस पेज को दो हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि वायरल पोस्ट फर्जी है। जिस वीडियो को भेड़ाघाट का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह कर्नाटक के जोग फॉल्स का है।
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