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Fact Check : इस्‍कॉन के वैदिक तारामंडल मंदिर के इंटीरियर का वीडियो नासा का बताकर किया गया वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि नासा के नाम से वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो का नासा से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के मायापुर में बन रहे इस्कॉन के प्रोजेक्‍ट वैदिक तारामंडल मंदिर के इंटीरियर का है, जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Jan 20, 2023 at 04:29 PM
  • Updated: Jan 20, 2023 at 04:40 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर 3डी एनिमेशन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें 14 लोकों के बारे में बताया जा रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह एनिमेशन वीडियो नासा की तरफ से जारी किया गया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो का नासा से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के मायापुर में बन रहे इस्कॉन के वैदिक तारामंडल मंदिर के इंटीरियर का है। इसका नासा से कोई संबंध नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर विकी गुप्ता ने 13 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया था। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “वेदों के अनुसार 14 लोक होते हैं। NASA ने इस पर अध्ययन कर एक एनीमेशन फिल्म बनाई है। इसे देखें और अपने हिन्दु होने पर गर्व करे। जय हिन्दु जय सनातन धर्म।”

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से कई ग्रैब निकाले गए। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया गया। इस दौरान हमें पूरा वीडियो टेम्पल ऑफ वैदिक प्लैनेटेरियम (टीओवीपी) के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 11 जनवरी 2011 को शेयर किया गया था। दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के मायापुर में बन रहे वैदिक तारामंडल मंदिर के इंटीरियर का है।  यह इस्‍कॉन की ओर से बनवाया जा रहा है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड के जरिए टेम्पल ऑफ वैदिक प्लैनेटेरियम (टीओवीपी) के बारे में सर्च करना शुरू किया। हमें टीओवीपी की आधिकारिक वेबसाइट मिली। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यह संस्थान चंदा इकट्ठा कर पश्चिम बंगाल के मायापुर में मंदिर बनवा रही हैं, जिसके कुछ वीडियो वेबसाइट पर मौजूद है। वायरल वीडियो भी वेबसाइट पर मौजूद है, जिसे लेकर बताया गया है कि वीडियो में दिख रही डिजाइन को मंदिर के छत पर बनाया जाएगा। वेबसाइट पर मंदिर के कई अन्य वीडियोज को भी शेयर किया गया है।

सर्च के दौरान हमें मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मंदिर के डिजाइन का एक और 3डी एनिमेशन का वीडियो पोस्ट हुआ मिला। वीडियो को 13 मार्च 2021 को शेयर किया गया है। वीडियो में वैदिक तारामंडल मंदिर के अंदर के इंटीरियर को दिखाया गया है और बताया गया है कि मंदिर बनने के बाद कुछ इस तरह से दिखाई देगा।

सर्च के दौरान टीवी9 की वेबसाइट पर हमें एक रिपोर्ट मिली। 27 अगस्त 2022 को प्रकाशित इस रिपोर्ट में इस्कॉन मायापुर के जनसंपर्क अधिकारी रसिक गौरांग के हवाले से बताया गया कि इस मंदिर का निर्माण कार्य साल 2024 में पूरा हो सकता है। फिलहाल निर्माण कार्य चल रहा है। इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद के आदर्शों को सामने रखकर वैदिक तारामंडल मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका में कैपिटल बिल्डिंग के डिजाइन से प्रेरित है। पूरी खबर यहां पढ़ें।  

अधिक जानकारी के लिए हमने टीओवीपी से मेल के जरिए संपर्क किया। हमें टीओवीपी के संचार निदेशक सुनंदा दास ने रिप्लाई करते हुए बताया, वायरल दावा गलत है। वैदिक तारामंडल मंदिर के इंटीरियर का यह वीडियो हमारे वेबसाइट पर मौजूद है। यह प्रोजेक्‍ट इस्‍कॉन का है।

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले यूजर विकी गुप्ता के फेसबुक हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। फेसबुक पर यूजर को 4.6 हजार लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर झारखंड का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि नासा के नाम से वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो का नासा से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के मायापुर में बन रहे इस्कॉन के प्रोजेक्‍ट वैदिक तारामंडल मंदिर के इंटीरियर का है, जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

  • Claim Review : वेदों को लेकर नासा ने जारी किया वीडियो।
  • Claimed By : विकी गुप्ता
  • Fact Check : झूठ
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