Fact Check: तिरंगे के अपमान का यह वीडियो केरल का नहीं, पाकिस्तान का है पुराना मामला

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि तिरंगे के अपमान का यह वीडियो पाकिस्तान का एक पुराना मामला है। इस वीडियो को लोकसभा इलेक्शन 2024 के दौरान फर्जी दावे के साथ केरल से जोड़ा जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक बार फिर से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तिरंगे का अपमान होते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को सियासी रंग देते हुए यूजर शेयर कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यह मामला केरल का है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि तिरंगे के अपमान का यह वीडियो पाकिस्तान का एक पुराना मामला है। इस वीडियो को लोकसभा इलेक्शन 2024 के दौरान फर्जी दावे के साथ केरल से जोड़ा जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”केरल के इस विडीयो को देखें और दुनिया भर में अभी फॉरवर्ड करें – 6 महीने बाद फॉरवर्ड करने का कोई लाभ नहीं है आलस छोड़िए।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वीडियो को गौर से देखा। वीडियो के कई फ्रेम्स में हमें पाकिस्तानी झंडा नजर आया।

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और वीडियो पाकिस्तान के हवाले से सर्च किया। सर्च में हमें यह एक वेरिफाइड एक्स हैंडल पर 10 मार्च 2020 को शेयर हुआ मिला। यहां वीडियो को पाकिस्तान का बताया गया है।

सर्च में हमें इसी मौके की तस्वीर ‘Arif Aajakia’ नाम एक एक्स यूजर की तरफ से 10  मार्च 2020 को की गई  पोस्ट में मिली। यहां भी वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ये पाकिस्तान का मामला है।

यह वीडियो इससे पहले भी फर्जी दावे के साथ वायरल हो चुका है और उस वक्त हमने वायरल वीडियो को लेकर फैक्ट चेकर और केरल के स्थानीय पत्रकार फिरोज खान से संपर्क किया था। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया था कि ऐसी कोई घटना केरल में नहीं हुई है। वहीं, पाकिस्तान स्थित पत्रकार और फैक्ट चेकर लुब्ना जरार नकवी ने इस वीडियो को पाकिस्तान के कराची में हुई घटना का होने की पुष्टि की थी।

अब बारी थी फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग करने की।  हमने पाया कि यूजर को 128 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि तिरंगे के अपमान का यह वीडियो पाकिस्तान का एक पुराना मामला है। इस वीडियो को लोकसभा इलेक्शन 2024 के दौरान फर्जी दावे के साथ केरल से जोड़ा जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट