Fact Check: आर्कटिक सर्कल का विशालकाय चांद बताकर वायरल किया जा रहा वीडियो एडिटेड है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बड़े से चाँद का यह वीडियो एडिटेड है।


नई दिल्ली (विश्वास न्यूज):सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में विशाल चंद्रमा को देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह हाल में हुए चंद्रग्रहण के बाद का वीडियो है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो एडिटेड है। 


क्या है वायरल पोस्ट में?


फेसबुक यूजर ठाकुर राजेश सिंह परमार ने वायरल वीडियो को अपने फेसबुक प्रोफाइल पर शेयर किया और हिंदी में लिखा:


जय जय। यह वीडियो कनाडा, अलास्का और रूस की सीमा के बीच आर्कटिक सर्कल के अंदर शूट किया गया है। यह केवल कुछ सेकंड तक रहता है, लेकिन यह शानदार दृश्य को निहारने लिए है। यह घटना वर्ष में केवल एक बार 36 सेकंड के लिए देखी जा सकती है; चंद्रमा अपने सभी वैभव में प्रकट होता है और फिर लुप्त हो जाता है। यह इतना करीब है कि ऐसा लगता है कि यह पृथ्वी से टकरा गया है, इसके तुरंत बाद 5 सेकंड के लिए पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है जहां सब कुछ अँधेरा हो जाता है। यह घटना केवल पेरिगी (वह बिंदु जहां चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट है) पर होती है और दृश्यावली से हम उस महान गति का एहसास कर सकते हैं जिस पर हमारा ग्रह चलता है।

पोस्ट और इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।


पड़ताल:


विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वीडियो को डाउनलोड किया और फिर InVid टूल से सर्च किया। हमने वीडियो के कई स्क्रीनग्रैब लिए और फिर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया।


हमें यह वीडियो Aleksey_n नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला


वीडियो YouTube शॉर्ट्स के रूप में था, जिसका शीर्षक था: सुपरमून


एलेक्सी के यूट्यूब चैनल के अबाउट अस सेक्शन में दी गई ईमेल आईडी के अनुसार, उसका पूरा नाम एलेक्सी पैट्रेव है।


हमें क्रिएटर का इंस्टाग्राम अकाउंट भी मिला। उनके बायो के मुताबिक, एलेक्सी एक डिजिटल क्रिएटर हैं।


हमें ठीक वही रील एक इंस्टाग्राम हैंडल ‘seekersofthecosmos’ पर भी मिली। एनिमेशन का श्रेय ‘एलेक्सी’ को दिया गया था।
इससे साफ हो गया कि यह एक एनिमेटेड वीडियो है। विश्वास न्यूज ने एक बार पहले भी इसी दावे की पड़ताल की थी। उस समय हमने एलेक्सी पैट्रेव से ईमेल के जरिए संपर्क किया था और उन्होंने बताया था कि यह वीडियो कंप्यूटर ग्राफिक्स का इस्तेमाल करके बनाया गया है।
जांच के अगले चरण में हमने एनिमेटर और डिजिटल निर्माता सारंग निमखेडकर से संपर्क साधा। उन्होंने बताया कि यह वीडियो कंप्यूटर जनरेटेड इमेजरी (सीजीआई) का इस्तेमाल कर बनाया गया है।


विश्वास न्यूज ने पहले भी इस वीडियो का फैक्ट चेक किया था। इसे नीचे देखें।

पड़ताल के आखिरी चरण में हमने वीडियो पोस्ट करने वाले यूजर की सामाजिक पृष्ठभूमि की जांच की। हमने पाया कि ठाकुर राजेश सिंह

परमार इंदौर से हैं और दिसंबर 2016 में फेसबुक से जुड़े हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बड़े से चाँद का यह वीडियो एडिटेड है।

False
Symbols that define nature of fake news
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