विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। यह खबर सही है कि भागलपुर में भी बाढ़ के कारण रेल मार्ग प्रभावित हुआ था। लेकिन वायरल वीडियो बिहार के भागलपुर का नहीं, बल्कि मप्र के शिवपुरी रेल मार्ग का है। इसलिए वायरल पोस्ट भ्रामक है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली )। सोशल मीडिया में बाढ़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें रेल की पटरी के नीचे से तेजी से पानी को बहता हुआ देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वायरल वीडियो बिहार के भागलपुर जिले का है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। हमें पता चला कि यह पोस्ट पूरी तरह भ्रामक है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी के एक वीडियो को कुछ लोग भागलपुर के नाम से वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक पेज टीवी बिहार ने 17 अगस्त को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘रेल पटरी के नीचे से बह गई मिट्टी,स्थिति हुई विकट, ट्रेनों का परिचालन बंद। भागलपुर में बाढ़ के पानी ने ट्रेन की आवाजाही को एक और जगह रोक दिया है। भागलपुर से कहलगांव रेल खंड पर सबौर से आगे एवम ममलखा रेलवे स्टेशन के बीच रेल पटरी धंस गई है। पटरी के नीचे से बाढ़ का पानी बहने लगा है। नतीजा भागलपुर का रेल संपर्क सिर्फ बांका और दुमका रेल खंड के माध्यम से हो पाएगी। उस रेल रुट पर कई ट्रेन को कैंसिल किया गया है और कई ट्रेन के रूट में तब्दीली की गई है।’
फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है। वायरल वीडियो को भागलपुर का समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।
वायरल पोस्ट की सच्चाई का पता लगाने के लिए विश्वास न्यूज ने सबसे पहले ऑनलाइन टूल्स की मदद ली। InVID टूल में वायरल वीडियो को अपलोड करके कई ग्रैब्स निकाले। इसके बाद इसे गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। वायरल वीडियो जैसा ही वीडियो हमें बंसल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर मिला। 4 अगस्त को अपलोड वीडियो में बताया गया कि मप्र के शिवपुरी में भारी बारिश और बाढ़ में रेलवे ट्रैक को नुकसान हुआ, जिसके कारण कई किमी रेल की पटरी के नीचे से गिट्टी और मिट्टी बहने के कारण शिवपुरी-मोहना के बीच रेलवे ट्रैक तहस-नहस हुआ।
इससे जुड़ी खबर, फोटो और वीडियो हमें पत्रिका डॉट काम पर पर भी मिली। 3 अगस्त को पब्लिश खबर में इसके बारे में विस्तार से बताया गया। इसे आप यहां पढ़ सकते हैं।
ओरिजनल वीडियो हमें रेल रोड फैन क्लब नाम के एक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसमें भी यही बताया गया कि वीडियो ग्वालियर शिवपुरी रेल लाइन का है। इस 3 अगस्त को अपलोड किया गया था।
अब हमें वायरल वीडियो के साथ पोस्ट किए गए कंटेंट की सच्चाई जानना था। इसके लिए हमने गूगल सर्च किया। हमें लाइव हिन्दुस्तान की वेबसाइट पर 16 अगस्त की एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि भागलपुर-कहलगांव के बीच लैलख ममलखा के पास ब्रिज नंबर 144 ए के गार्डर तक पानी पहुंचने से इस रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन रोक दिया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें। सबंधित खबर हमें न्यूज 18 की वेबसाइट पर भी मिली। इसे आप यहां पढ़ सकते हैं।
जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने मप्र और बिहार में संपर्क किया। शिवपुरी के नईदुनिया ब्यूरो चीफ अभिषेक शर्मा ने हमें जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो 1 अगस्त को शिवपुरी जिले में आई बाढ़ का है। यह ग्वालियर-इंदौर रेलवे लाइन का दृश्य है। सिंध नदी में आई बाढ़ के कारण इस ट्रैक को अत्यधिक नुकसान हुआ था। हालांकि, अब ट्रैक दुरुस्त कर दिया गया है और ट्रेनों का संचालन भी शुरू कर दिया है।
इसी तरह दैनिक जागरण के बिहार के डिजिटल प्रभारी अमित आलोक ने हमें बताया कि वायरल वीडियो भागलपुर का नहीं है। हालांकि, बाढ़ के कारण कई जगह ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
पड़ताल के अंत में हमने मप्र के वीडियो को बिहार का बताकर वायरल करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक पेज टीवी बिहार को दो हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यहां बिहार की खबरें ज्यादा होती हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। यह खबर सही है कि भागलपुर में भी बाढ़ के कारण रेल मार्ग प्रभावित हुआ था। लेकिन वायरल वीडियो बिहार के भागलपुर का नहीं, बल्कि मप्र के शिवपुरी रेल मार्ग का है। इसलिए वायरल पोस्ट भ्रामक है।
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