विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। घटना महाराष्ट्र की नहीं, उत्तर प्रदेश के कासगंज की थी और जिन दो महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था वे दोनों ही वकील थीं। दोनों में से कोई भी जज नहीं था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र में कोर्ट में महिला जज ने महिला वकील की पिटाई कर दी। वीडियो में दो महिलाओं को झगड़ते हुए देखा जा सकता है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। घटना महाराष्ट्र की नहीं, उत्तर प्रदेश के कासगंज की थी और जिन दो महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था वे दोनों ही वकील थीं। दोनों में से कोई भी जज नहीं थीं।
फेसबुक यूजर Sunil Kumar (Archive) ने वायरल दावे को शेयर करते हुए लिखा “अनुवादित: महिला जज और वकील के बीच मारपीट…यह माना जाना चाहिए कि ये अदालतें हैं जो कई मामलों में फैसला सुनाती हैं…. अदालत में शालीनता से व्यवहार नहीं होता। वह दृश्य जहां महिला जज नीचे आती है और युवती वकील के साथ मारपीट करती है, महाराष्ट्र की है यह घटना।”
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के की फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। हमें www.jagran.com की 28 अक्टूबर की एक खबर में इस वीडियो का एक स्क्रीनशॉट मिला। खबर के अनुसार “कासगंज जिला सत्र एवं न्यायालय परिसर में एक मुकदमे की पैरवी को लेकर दो महिला वकीलों की आपस में भिड़ंत हो गईं। दोनों के बीच जमकर गुत्थमगुत्था हुई। इस दौरान न्यायालय परिसर अखाड़ा नजर आया। बाद में महिला पुलिसकर्मियों और अन्य अधिवक्ताओं के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। एक पक्ष की ओर से दो अधिवक्ताओं सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।”
हमें इस वीडियो का स्क्रीनशॉट theprint.in/ की 29 अक्टूबर की एक खबर में भी मिला। खबर के अनुसार “अनुवादित: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला न्यायालय की पारिवारिक अदालत में एक महिला वकील और उसके मुवक्किलों के खिलाफ एक अन्य वकील के साथ कथित दुर्व्यवहार और शारीरिक तकरार के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। कासगंज की रहने वाली एडवोकेट योग्याता सक्सेना ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अभियोजन पक्ष के वकील ने मतभेद के बाद उनकी पिटाई की थी।”
साफ़ तौर पर मामला उत्तर प्रदेश के कासगंज का था और लड़ती दिख रही दोनों महिलाएं वकील थीं। हमने इस विषय में कासगंज में जागरण के रिपोर्टर अरुण पांडेय से संपर्क साधा। उन्होंने बताया “यह वीडियो कासगंज डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का है। वीडियो में दिख रही दोनों महिलाएं वकील हैं। एक मुकदमे के दौरान विवाद बढ़ने पर वकीलों ने मारपीट शुरू कर दी थी। मामले में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है।”
पड़ताल के अंत में हमने दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Sunil Kumar के अकाउंट की स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर को 5 हजार लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं।”
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। घटना महाराष्ट्र की नहीं, उत्तर प्रदेश के कासगंज की थी और जिन दो महिलाओं के बीच झगड़ा हुआ था वे दोनों ही वकील थीं। दोनों में से कोई भी जज नहीं था।
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