Fact Check: नकली पीर बाबा के पकडे जाने का यह वीडियो भारत नहीं, पाकिस्तान का है

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि नकली पीर के पकडे जाने का यह वायरल वीडियो पाकिस्तान के सियालकोट का है। भारत से जोड़कर इस पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है।

Fact Check: नकली पीर बाबा के पकडे जाने का यह वीडियो भारत नहीं, पाकिस्तान का है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मियों को एक कब्र को खोदते हुए देखा जा सकता है। कब्र में एक शख्स कुछ सामान के साथ आराम से लेटा हुआ नजर आ रहा है। वीडियो को भारत का बताते हुए यूजर शेयर कर दावा कर रहे हैं कि ये पीर बाबा अपनी क्रब के नीचे बैठकर लोगों को आवाज लगाता था और ढगता था। जब पुलिस को इसकी खबर लगी, तो उन्होंने क्रब खोदी और ये पीर बाबा बाहर निकला।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि नकली पीर के पकडे जाने का यह वायरल वीडियो पाकिस्तान के सियालकोट का है। ये वीडियो इससे पहले भी भारत से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा चुका है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”मुरीदों के पुकारने पर पीर साहब कब्र से जवाब देते थे। जब पुलिस को पता चला तो पीर साहब को आवाज़ समेत कब्र से बाहर निकाल लिया । #insta #india #instalike #viralpost”.

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने कीवर्ड के साथ गूगल ओपन सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो ‘क्यूबी7’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 6 अप्रैल 2021 को अपलोड हुआ मिला। यहां  दी गई मालूमात के मुताबिक, नकली पीर का ये मामला पाकिस्तान के सियालकोट में सामने आया है।

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें पाकिस्तान के 24 न्यूज एचडी के वेरिफाइएड यूट्यूब चैंनल पर वायरल वीडियो एक्सक्लूसिव के तौर पर मिला। यहां 15 फरवरी 2020 को अपलोड हुए इस वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक ,’यह मामला पाकिस्तान के सियालकोट  का है। जहां एक शख्स ने कब्र में कमरा बना रखा था और वह कब्र में बैठ कर ‘काला जादू’ करने के लिए लोगों से पैसे लेता था। उस शख्स ने लोगों से यह कहकर भी धोखा दिया था कि वो 40 दिनों तक कब्र में बिना कुछ खाए-पिए रहेगा, लेकिन वह सभी सुविधाओं के साथ क्रब में रह रहा था और बाहर जाने के लिए कब्र के चारों तरफ सुरंगें भी खोद रखी थी, जिससे वह आता जाता था।

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि इस पेज के आठ हजार से ज्यादा मेंबर हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि नकली पीर के पकडे जाने का यह वायरल वीडियो पाकिस्तान के सियालकोट का है। भारत से जोड़कर इस पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है।

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