Fact Check: बांग्लादेश में रथयात्रा के करंट की चपेट में आने की घटना के वीडियो को FAKE दावे से किया जा रहा शेयर

बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच हिंदू समुदाय को निशाना बनाए जाने की घटना के बीच वायरल हो रहा यह वीडियो अन्य घटना से संबंधित है, जब रथ यात्रा के दौरान रथ के बिजली की तारों के चपेट में आ जाने पर पांच लोगों की मृत्यु और करीब चालीस से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए थे। इसी पुरानी घटना के वीडियो हिंदुओं की हत्या के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह वहां अल्पसंख्यकों के खिलाफ जारी हिंसा से संबंधित मामले का वीडियो है, जहां हिंदुओं की हत्या की जा रही है। वायरल वीडियो में सड़कों पर बिखरे शवों और घायल व्यक्ति को देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा वीडियो बांग्लादेश के बोगरा में हुई पुरानी रथयात्रा के दौरान हुए हादसे का है, जब रथ यात्रा के दौरान रथ बिजली की तारों के चपेट में आ गया था। जुलाई में हुई इस घटना में पांच लोगों की मृत्य हुई थी और कई अन्य श्रद्धालु घायल हो गए थे।

गौरतलब है कि बांग्लादेश में जारी हिंसा के दौरान अल्पसंख्यकों विशेषकर हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया है। इस हिंसा के खिलाफ हिंदू समुदाय बांग्लादेश में व्यापक प्रदर्शन भी कर चुका है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा की निंदा की है।

क्या है वायरल?

विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर पर कई यूजर्स ने इस वीडियो को भेजकर उसे बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का मामला बताया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया है, ” जिनको कश्मीर फाइल झूंटी लग रही थी और कांग्रेस से प्यार है वो बांग्लादेश को देख लो
*ये भविष्य की तस्वीर है।”

विश्वास न्यूज के टिपलाइन पर भेजा गया क्लेम।

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें बांग्लादेश न्यूज पोर्टल बीडीन्यूज.24 की वेबसाइट पर सात जुलाई 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है।  

दी गई जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश के बोगरा में रथ यात्रा के दौरान रथ के बिजली की तारों के संपर्क में आने पर कम से कम पांच लोगों की मृत्यु हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए। मृतकों की पहचान अताशी, रंजीता, सबिता, आलोक और नरेश के तौर पर हुई है।

सर्च में हमें कई अन्य रिपोर्ट्स भी मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है।

यानी हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो बांग्लादेश की मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम से संबंधित नहीं है। गौरतलब है कि बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान सियासी अनिश्चितता की स्थिति में राजनीतिक प्रतिस्पर्धियों के साथ वहां रहने वाले हिंदू अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदू समुदाय के लोगों की हत्या के साथ-साथ उनके व्यवसाय, घरों और मंदिरों पर भी हमला किया गया। हालांकि, वायरल वीडियो का संबंध इस हिंसा से नहीं है।

इस बीच बांग्लादेश में नई सरकार का गठन हो चुका है और बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस इस अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार के तौर पर शपथ ले चुके हैं और यूनुसने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा को घृणित बताया है।

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा की है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा के बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह नस्लीय आधार पर किसी भी हमले या हिंसा भड़काने के खिलाफ हैं।

वायरल वीडियो को लेकर हमने बांग्लादेशी फैक्ट चेकर तौसिफ अकबर से संपर्क किया और उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो राजनीतिक हिंसा से संबंधित नहीं, बल्कि रथ यात्रा के दौरान रथ के बिजली की चपेट में आने की पुरानी घटना का है।

बांग्लादेश से संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है। इससे पहले एक अन्य वायरल वीडियो के जरिए बांग्लादेश के एयरपोर्ट पर भारतीय सेना की मौजूदगी का दावा किया गया था, जिसे हमने अपनी जांच में फेक पाया था।

निष्कर्ष: बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच हिंदू समुदाय को निशाना बनाए जाने की घटना के बीच वायरल हो रहा यह वीडियो अन्य घटना से संबंधित है, जब रथ यात्रा के दौरान रथ के बिजली की तारों के चपेट में आ जाने पर पांच लोगों की मृत्यु और करीब चालीस से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए थे। इसी पुरानी घटना के वीडियो हिंदुओं की हत्या के दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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