Fact Check: वियना में जलवायु परिवर्तन को लेकर हुए प्रदर्शन का वीडियो गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की जांच की और पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से गलत है। वीडियो एडिटेड है और इसका भारत से कोई संबंध नहीं है। असली वीडियो ऑस्ट्रिया के विएना में किए गए एक विरोध प्रदर्शन का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में न्यूज24 का लोगो लगा हुआ है और कुछ लोग काला कपड़ा डालकर मृतकों की तरह लेटे हुए हैं और एक शख्स रिपोर्टिंग करता हुआ नजर आ रहा है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि भारतीय मीडिया यूक्रेन हमले में मारे गए मृत व्यक्तियों का फिल्मांकन और मोदी सरकार की नाकामियों को दिखा रही थी। इसी दौरान तथाकथित एक मृत व्यक्ति जाग गया और फिर भारतीय मीडिया का झूठ पकड़ा गया। विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की जांच की और पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से गलत है। वीडियो एडिटेड है और इसका भारत से कोई संबंध नहीं है। असली वीडियो ऑस्ट्रिया के विएना में किए गए एक विरोध प्रदर्शन का है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Alok Raghunandan ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “पीछे वाले को ढंग से मर तो जाने देते। भारतीय मीडिया का शर्मनाक चेहरा देखिए इन दलालो के लिए चप्पल के बजाय कुछ और विकल्प सोंचा जाना चाहिए।”

पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आकाईव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है। वहीं, कई सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे यूक्रेन के न्यूज चैनल का बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स इस पोस्ट से मिलते-जुलते दावे को शेयर कर रहे हैं।

https://twitter.com/humlogindia/status/1498715816938053637

पड़ताल –

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए InVID टूल का इस्तेमाल किया। वायरल वीडियो के कई ग्रैब्स इसके माध्यम से निकाले गए। इसके बाद इनकी मदद से गूगल रिवर्स सर्च टूल का इस्तेमाल करते हुए ओरिजनल सोर्स तक पहुंचने की कोशिश की गई। इस दौरान हमें असली वीडियो 4 फरवरी, 2022 को ऑस्ट्रिया-आधारित यूट्यूब चैनल OE24 पर अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो ऑस्ट्रिया में जलवायु नीतियों को लेकर किए गए एक विरोध प्रदर्शन का है। असली ऑस्ट्रियाई वीडियो को देखने पर हमने पाया कि वीडियो के फ्रेम को चारों तरफ से क्रॉप किया गया है। इसके अलावा वायरल क्लिप में न्यूज 24 का लोगो और हिंदी ऑडियो भी जोड़ा गया है।

पड़ताल के दौरान हमें असली वीडियो OE24.TV की वेबसाइट पर अपलोड मिला। असली वीडियो में 29 सेकंड पर लोगों को जलवायु नीतियों के खिलाफ बैनर पकड़े हुए भी देख जा सकता है। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में दिख रहे रिपोर्टर का नाम मार्विन बर्गाउर है।

सर्च को आगे बढ़ाते हुए हमने बर्गाउर के सोशल मीडिया हैंडल को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें मार्विन बर्गाउर के आधिकारिक इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट पर वायरल वीडियो से जुड़ी एक पोस्ट मिली। वायरल वीडियो के बारे में स्पष्टीकरण देते हुए बर्गाउर ने लिखा है- वायरल हो रहा वीडियो असल में ऑस्ट्रिया में जलवायु नीतियों के बारे में है और इसका यूक्रेन-रूस संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है।

अधिक जानकारी के लिए हमने न्यूज 24 के पत्रकार प्रभाकर मिश्रा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। वायरल वीडियो हमारे चैनल द्वारा की गई रिपोर्ट का नहीं है। वीडियो को एडिट कर शेयर किया जा रहा है।

पड़ताल के अंत में हमने दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर के अकाउंट की स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर को सात सौ से ज्यादा लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं। Alok Raghunandan उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की जांच की और पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से गलत है। वीडियो एडिटेड है और इसका भारत से कोई संबंध नहीं है। असली वीडियो ऑस्ट्रिया के विएना में किए गए एक विरोध प्रदर्शन का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट