विश्वास न्यूज की पड़ताल में पत्थरबाजी के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो का कश्मीर से कोई संबंध नहीं है। वीडियो बोलीविया के शहर ला प्लाज का है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर पथराव के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कुछ युवकों ने सेना पर पत्थरबाजी की। जिसके जवाब में सेना को गोली चलानी पड़ी। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो का कश्मीर से कोई संबंध नहीं है। वीडियो बोलीविया के शहर ला प्लाज का है।
ट्विटर यूजर Sunny Kumar Baliyan ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “कश्मीर में एक पत्थरबाज ने सेना के ऊपर पत्थर फैंका, सेना ने भी क्रिया की प्रतिक्रिया देते हुए एक बुलेट फेंक मारी।”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो Al rojo vivo नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 10 अगस्त 2022 को शेयर किया गया था। कैप्शन में स्पेनिश भाषा में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो बोलीविया का है। बोलीविया में कॉफी के बीज के उत्पादकों और अधिकारियों के बीच टकराव चल रहा है। इसी टकराव के दौरान एक प्रदर्शनकारी किसान ने पुलिस पर बम फेंकने की कोशिश की और गलती से बम उसके ही हाथ में फट गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
पड़ताल को आगे बढाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स बोलीविया की कई न्यूज वेबसाइट्स पर प्रकाशित मिली। Redbolivision वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, 8 अगस्त 2022 को बोलीविया के शहर ला प्लाज में कोका की खेती करने वाले किसान मार्केट कंट्रोल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान गलती से एक प्रदर्शनकारी के हाथ में बम फट गया था। स्थानीय बोलीवियाई मीडिया F10 HD-BOLIVIA के अनुसार, विस्फोट में व्यक्ति ने अपना बायां हाथ खो दिया है। इस हादसे में घायल हुए शख्स का नाम प्लासिडो कोटा है। अन्य न्यूज रिपोर्ट को आप यहां पर देख सकते हैं।
अतिरिक्त पुष्टि के लिए हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के कश्मीर संवाददाता नवीन नवाज से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह वीडियो कश्मीर का नहीं है।”
आखिरी चरण में हमने वायरल दावे को शेयर करने वाले यूजर Sunny Kumar Baliyan की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर को 361 लोग फॉलो करते हैं और यूजर जुलाई 2016 से ट्विटर पर सक्रिय है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पत्थरबाजी के वीडियो को लेकर किया जा रहा वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो का कश्मीर से कोई संबंध नहीं है। वीडियो बोलीविया के शहर ला प्लाज का है।
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