विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। असल में यह झगड़ा दो दुर्गा पूजा समितियों के बीच हुआ था। दोनों तरफ के लोग एक ही समुदाय के थे। पूरे मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक समूह को एक दुर्गा माता के विसर्जन के काफिले वाले ट्रकों पर पथराव करते और तोड़फोड़ करते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो बिलासपुर का है, जहाँ माता की मूर्ति के विसर्जन के लिए जा रहे हिन्दुओं पर हमला किया गया। पोस्ट के जरिये इस पूरी घटना को एक सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। असल में यह झगड़ा दो दुर्गा पूजा समितियों के बीच हुआ था। दोनों तरफ के लोग एक ही समुदाय के थे। पूरे मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
फेसबुक यूजर Rajesh Sinha (आर्काइव लिंक) ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “बिलासपुर में इस तरह क्रूरता। ये तुम्हारी बहादुरी नही नपुस्कता को दिखाता है, तुम्हारी परवरिश कैसी है ये बताता है। बिलासपुर सदर बाजार की सड़क से माँ दुर्गा विषर्जन करने जा रहे हिन्दुओ पर तलवार लाठी डंडे रॉड से हमला। माँ दुर्गा के मूर्ति पर हमला हिन्दुओ पर पत्थरबाजी …आधे घण्टे तक बीच सड़क पर आतंक का तांडव होता रहा और चाक चौबंद की बात करने वाले पुलिस कर कर्मचारी नदारद रहे … अपराधियों पर कार्यवाही तो कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए और जो उस जगह पर ड्यूटी पर पदस्थ पुलिस कर्मचारि पर भी कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चहिए ड्यूटी से नदारद होने की सजा मिलनी चहिए..!!”
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया। हमें इस मामले को लेकर कई खबरें मिलीं। jagran.com की खबर के अनुसार, “शुक्रवार को बिलासपुर में हुए दुर्गा विसर्जन (Durga Puja Visarjan) के दौरान भीड़ में आगे जाने की जल्दी में दो पक्षों में विवाद के बाद जमकर पत्थरबाजी (Stone Pelting) हो गई। बृहस्पतिवार की संध्या से जिले के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में स्थापित दुर्गा माता की मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा था। विसर्जन के कारण संध्या से ही शहर की लगभग सभी सड़कों पर भीड़ इकट्ठा थी। यह भीड़ दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह तक बनी रही। इसी दौरान सदर बाजार में आगे जाने की जल्दबाजी में दो पक्ष के बीच बड़ा विवाद हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी। पथराव के चलते भीड़ में कई लोग घायल भी हो गए। वहीं, कुछ उपद्रवी युवकों ने डीजे और विसर्जन यात्रा में जा रही झांकियों के वाहनों में चढ़कर तोड़फोड़ भी की।”
हमें इस पूरी घटना पर न्यूज़ एजेंसी ANI का भी ट्वीट मिला, जिसमें वायरल वीडियो भी था। टेक्स्ट के अनुसार, “बिलासपुर, छत्तीसगढ़। 2 दुर्गा पूजा समितियों के सदस्यों के बीच इस बात को लेकर हाथापाई हो गई कि कौन-सी पार्टी पहले विसर्जन के लिए जाएगी। संदिग्ध पुलिस हिरासत में हैं, पूछताछ जारी है। आरोपियों के खिलाफ होगी कार्रवाई : राजेंद्र जायसवाल, एएसपी”
इसकी अधिक जानकारी के लिए हमने बिलासपुर की एसपी पारुल माथुर से संपर्क किया। उन्होंने बताया, “गुरुवार छह अक्टूबर की शाम शहर में विराजित अलग-अलग दुर्गोत्सव समितियों द्वारा विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई। यह यात्रा शुक्रवार की सुबह तक चल रही थी। इसी दौरान दो समिति के सदस्यों के बीच आगे जाने की होड़ में मारपीट हो गई। इसके बाद समिति के सदस्यों ने पथराव और तोड़फोड़ भी की। दोनों पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने हत्या के प्रयास, तोड़फोड़, मारपीट की धाराओं के तहत जुर्म दर्ज कर लिया। दोनों पक्ष के करीब 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें कुछ नाबालिग भी शामिल है। यह किसी तरह का सांप्रदायिक मामला नहीं है। घटना को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास करने की शिकायत मिलने पर भी कार्रवाई की जाएगी।”
वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक पेज ‘Rajesh Sinha‘ को हमने स्कैन किया। यूजर रायपुर का रहने वाला है। यूजर के 722 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। असल में यह झगड़ा दो दुर्गा पूजा समितियों के बीच हुआ था। दोनों तरफ के लोग एक ही समुदाय के थे। पूरे मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।
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