विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो एक साल पहले इंडोनेशिया में हुई एक घटना का है। जिसे अब गलत दावे के साथ असम का बताते हुए शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि असम में आई बाढ़ के कारण एक लोहे का पुल टूटकर नदी में बहकर चला गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि नदी के तेज बहाव के कारण लोहे का बना एक पुल कुछ ही सेकेंडों में टूट जाता है और फिर नदी में बहता हुआ चला जाता है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो एक साल पहले इंडोनेशिया में हुई एक घटना का है। जिसे अब गलत दावे के साथ असम का बताते हुए शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर Durga Prasad Mahapatra ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “नदी के तेज बहाव में बह गया पुल..असम में बाढ़ से हालात गंभीर।” इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल की मदद से हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट इंडोनेशिया की न्यूज वेबसाइट ट्रिब्यून न्यूज विकी पर 5 अप्रैल 2021 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, 4 अप्रैल को इंडोनेशिया के पूर्वी सुंबा रीजेंसी में आई बाढ़ के कारण कंबनिरु नदी पर बना कंबनिरु ब्रिज बाढ़ में बह गया था।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट इंडोनेशियाई न्यूज चैनल Serambi on TV के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 5 अप्रैल 2021 को अपलोड मिली। रिपोर्ट के अनुसार, यह वीडियो इंडोनेशिया के कंबनिरु ब्रिज के बाढ़ में बहने का है। 1965 में बना ये ब्रिज जर्जर हालत में था। इसे राहगीरों के इस्तेमाल के लिए बंद कर दिया गया था। कई अन्य चैनलों ने भी इस पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी।
अधिक जानकारी के लिए हमने असम की पत्रकार Pallavi Saikia से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो असम में भी काफी वायरल है, लोग इसे थाईजुवारी ब्रिज का बता रहे हैं। लेकिन दीमा हसाओ या हाफलोंग में ऐसा कोई पुल नहीं है और न ही ऐसा कोई पुल टूटा है। असम का इस वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है। अगर इस तरह की कोई बड़ी घटना यहां पर हुई होती, तो हमें इसके बारे में जानकारी होती। यह पोस्ट फर्जी है।
विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि यूजर को 897 लोग फॉलो करते हैं। Durga Prasad Mahapatra ओडिशा के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो एक साल पहले इंडोनेशिया में हुई एक घटना का है। जिसे अब गलत दावे के साथ असम का बताते हुए शेयर किया जा रहा है।
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