Fact Check : तीन साल पुराना है लड़के की पिटाई का वीडियो, द केरल स्‍टोरी से नहीं है कोई संबंध

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ‘द केरल स्‍टोरी’ मूवी से जोड़कर वायरल किया जा रहा वीडियो पुराना है। यह घटना कर्नाटक में ही हुई थी, लेकिन हाल-फिलहाल में नहीं, बल्कि साल 2020 में हुई थी। वीडियो को अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check : तीन साल पुराना है लड़के की पिटाई का वीडियो, द केरल स्‍टोरी से नहीं है कोई संबंध

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक लड़की को स्कूटी पर बैठे हुए देखा जा सकता है। कुछ समय बाद एक लड़का लड़की के पास आता है और उससे बात करता है। इस बीच कुछ लोग आते हैं और उस लड़के को पीटने लगते हैं। वीडियो में लड़की को भी उस लड़के को मारते हुए देखा जा सकता है। अब कुछ यूजर्स इस वीडियो को फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ से जोड़ते हुए इसे हाल का बताकर शेयर कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्‍ट को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो कर्नाटक का ही है, लेकिन हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2020 का है। यह घटना कर्नाटक के मदीकेरी टाउन में हुई थी। इसका फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के रिलीज से कोई संबंध नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘दिनेश सिंह रावत’ ने 9 मई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने कैप्शन में लिखा है, “द केरला स्टोरी के नतीजे आने शुरू! कर्नाटक के कुर्ग में एक हिन्दू बहन को फोन करके अश्लील बातें करता था। बहन ने बड़े प्यार से मिलने के लिए बुलाया और बीच सड़क पर बक्कल उधेडवा दी”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल के माध्यम से वीडियो के कई की-फ्रेम्स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस के माध्यम से सर्च किया। असली वीडियो हमें ‘इंग्लिश न्यूज’ के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर मिला। 25 सितंबर 2020 को शेयर किए हुए वीडियो में वायरल वीडियो को साफ़ तौर पर देखा जा सकता है। वीडियो के साथ दी गई जानकारी मुताबिक, “वीडियो कर्नाटक के मदीकेरी का है। जहां मोबाइल रिचार्ज की दुकान पर काम करने वाले मोहम्मद मुदासिर नाम का एक व्यक्ति एक महिला को अश्लील मैसेज भेजता था। महिला ने इस यह बात अपने रिश्तेदारों को बताई और उसके रिश्तेदारों ने मुदासिर की पिटाई की। मदीकेरी पुलिस स्टेशन में केस भी दर्ज किया गया था।”

सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो ‘आत्मनिर्भर भारत’ नाम के फेसबुक पेज पर भी मिला। 18 सितंबर 2020 को शेयर किए गए वीडियो में अंग्रेजी में डिस्क्रिप्शन लिखा गया था, “मोहम्मद मुनासिर नाम का मुस्लिम युवक कर्नाटक के मदीकेरी में एक हिंदू महिला को अश्लील मैसेज भेजकर परेशान कर रहा था। लगातार गाली-गलौज से तंग आकर महिला ने युवक को सबक सिखाने की सोची।”

डेलीमोशन पर भी वायरल वीडियो से जुडी रिपोर्ट को देखा जा सकता है। रिपोर्ट को तीन साल पहले अपलोड किया गया है। वायरल वीडियो से जुड़ी खबर हमें तेलुगु डॉट समायम डॉट कॉम की वेबसाइट पर भी मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक, “वीडियो कर्नाटक है। युवक महिला को फ़ोन पर मैसेज भेजकर परेशान करता था। महिला ने यह बात अपने घरवालों को बताई। महिला ने बहाने से आरोपी को एक जगह पर बुलाया और उसे अपने रिश्तेदारों से पिटवा दिया।”


पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी खबर ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की वेबसाइट पर भी मिली। 18 सितंबर 2020 को प्रकाशित खबर में बताया गया, “मदीकेरी शहर की पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक व्यक्ति की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद एक महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया। मोहम्मद मुदासिर उर्फ ​​साहिल ने कथित तौर पर मदीकेरी निवासी महिला को अश्लील संदेश भेजे। घटना के बाद महिला द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद मुदासिर को मदीकेरी पुलिस थाने ले जाया गया। महिला की शिकायत के अनुसार, मुदासिर एक मोबाइल रिचार्ज की दुकान पर काम करता है, जहां उसने कथित तौर पर महिलाओं के नंबर नोट कर लिए और उन्हें अश्लील संदेश भेजे। जब मुदासिर ने महिला को मैसेज किया तो महिला ने मुदासिर को मदीकेरी में एक जगह मिलने को कहा और जब मुदासिर मौके पर पहुंचा तो महिला और उसके परिचितों ने मुदासिर को चप्पलों से पीटना शुरू कर दिया।”

अधिक जानकारी के लिए हमने कर्नाटक के स्थानीय पत्रकार यासीर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो कर्नाटक का है, पर पुराना है।

जांच के अंत में हमने वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर दिल्ली का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ‘द केरल स्‍टोरी’ मूवी से जोड़कर वायरल किया जा रहा वीडियो पुराना है। यह घटना कर्नाटक में ही हुई थी, लेकिन हाल-फिलहाल में नहीं, बल्कि साल 2020 में हुई थी। वीडियो को अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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