Fact Check : कनार्टक चुनाव में वायरल किया गया बांग्‍लादेश का वीडियो

महिला के साथ दुर्व्यवहार करते शख्स के वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो असलियत में भारत का नहीं, बल्कि सतखीरा , बांग्लादेश की एक घटना का है। एक स्थानीय नेता हबीबुर रहमान बिट्टू ने 2022 में रमजान के दौरान आयोजित कपड़ा वितरण कार्यक्रम में महिला के साथ दुर्व्यवहार किया था। अब इसी वीडियो को कर्नाटक चुनाव से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। 

Fact Check : कनार्टक चुनाव में वायरल किया गया बांग्‍लादेश का वीडियो

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कर्नाटक में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभाएं करने में लगे हुए हैं। इसी बीच एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करते हुए एक शख्स का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो कर्नाटक चुनाव का है। बीजेपी इस तरह से लोगों के साथ व्यवहार कर वोट मांग रही है।

वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो असलियत में भारत का नहीं, बल्कि सतखीरा , बांग्लादेश की एक घटना का है। एक स्थानीय नेता हबीबुर रहमान बिट्टू ने 2022 में रमजान के दौरान आयोजित एक कपड़ा वितरण कार्यक्रम में महिला के साथ दुर्व्यवहार किया था। अब इसी वीडियो को कर्नाटक चुनाव से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर पीरू लाल खंडेला मेघवंशी (कट्टर कांग्रेसी) ने 30 अप्रैल 2023 को वायरल वीडियो को लेकर शेयर किया है। यूजर ने कैप्शन में लिखा है, “कर्नाटक_चुनाव .चुनाव से पहले ये हाल है भाजपाइयों का असली रूम बीजेपी परवख्ता गरीबों को कपड़ा वितरण करते हुए। चुनाव जीतने के बाद आप समझ सकते हैं गरीबो के साथ इस तरह का व्यवहार दुःखद है।”

पोस्ट के कैप्शन को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है। अन्य यूजर्स भी इस दावे को शेयर कर रहे हैं।

https://twitter.com/manishkumarttp/status/1652168464893894657

पड़ताल 

पोस्ट के बारे में जानने के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को गौर से देखा और पाया कि वीडियो में बांग्ला भाषा में नीचे की तरफ कुछ चीजें लिखी हुई हैं। हमने गूगल लेंस की मदद से उसका अनुवाद किया “हबीबुर रहमान (बिट्टू), सदस्य और सचिव, नंबर 2 वार्ड, अवामी लीग।” साथ ही हमने वीडियो पर SB Satkhira Bulletin का लोगो लगा हुआ हैं।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें असली वीडियो सतखीरा बुलेटिन नामक एक फेसबुक पेज पर मिला। वीडियो को 20 मार्च 2023 को शेयर किया गया है। वीडियो के कैप्शन में बंगाली में लिखा हुआ है, सतखीरा बुलेटिन: “राष्ट्रीय संसदीय चुनावों से पहले सतखीरा नगर पालिका के वार्ड नंबर 2 के लिए हबीबुर्रहमान (बिट्टू) जैसे व्यक्ति को सदस्य और सचिव के रूप में चुने जाने के बाद अवामी लीग के समर्थक निराश हैं। अवामी लीग के कई नेताओं ने कहा कि अगर उनके जैसा व्यक्ति महत्वपूर्ण पद पर होता है तो पार्टी अपनी विश्वसनीयता खो देगी और सदस्यविहीन हो जाएगी।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वीडियो से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स के बारे में सर्च करना शुरू किया। हमें डेली जुगंटोर नामक एक बंगलादेशी न्यूज वेबसाइट पर हमें 2 अप्रैल 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो बांग्लादेश में हुए एक घटना का है। रिपोर्ट में बांग्लादेश के कुछ अधिकारियों का वर्जन भी मौजूद हैं, जिन्होंने इस वीडियो को पुराना बताया है।

हमें वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट ढाका टाइम्स की वेबसाइट पर 31 मार्च 2023 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में महिला की पहचान बाबुल की पत्नी मार्जिन बेगम के रूप में की गई है। साथ ही यह भी बताया गया है कि महिला सतखीरा के मजीतपुर क्षेत्र की रहने वाली है।

अधिक जानकारी के लिए हमने कर्नाटक बीजेपी के प्रवक्ता प्रताप कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “ वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। विपक्षी पार्टियों द्वारा  छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है। यह वीडियो बंग्लादेश का है। इसका हमारी पार्टी से कोई संबंध नहीं है।”

पड़ताल के अंत में हमने वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के पेज की स्कैनिंग की। हमने पाया कि यूजर कांग्रेस को फॉलो करता है। यूजर को 5 हजार 5 सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर यूजर ने खुद को राजस्थान का निवासी बताया हुआ है। यूजर की आईडी दिसंबर 2013 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: महिला के साथ दुर्व्यवहार करते शख्स के वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो असलियत में भारत का नहीं, बल्कि सतखीरा , बांग्लादेश की एक घटना का है। एक स्थानीय नेता हबीबुर रहमान बिट्टू ने 2022 में रमजान के दौरान आयोजित कपड़ा वितरण कार्यक्रम में महिला के साथ दुर्व्यवहार किया था। अब इसी वीडियो को कर्नाटक चुनाव से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। 

False
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