विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अश्विनी चौबे बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के निधन की बात सुनकर भावुक हो गए थे। जब उन्हें परशुराम चतुर्वेदी के निधन की खबर सुनी, तो वो सबके सामने भावुक होकर रोने लगे, जिसके वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसानों को लेकर भी बातचीत की थी।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का सोशल मीडिया पर भावुक होते हुए एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि किसानों को लेकर बातचीत करते हुए अश्विनी चौबे भावुक हो गए और सबके सामने रोने लगे।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ। अश्विनी चौबे बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के निधन की बात सुनकर भावुक हो गए थे। जब उन्हें परशुराम चतुर्वेदी के निधन की खबर सुनी, तो वो सबसे सामने भावुक होकर रोने लगे, जिसके वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसानों को लेकर भी बातचीत की थी।
फेसबुक यूजर सुनिल चाचा ने 18 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया गया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बिहार : किसानों की बात करते हुए फफक-फफक कर रो पड़े केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, कहा- बहुत दुखी हूं।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को गौर से देखा और पाया कि वीडियो पर एनडीटीवी का लोगो लगा हुआ है। फिर हमने एनडीटीवी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। हमें वायरल वीडियो एनडीटीवी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 16 जनवरी 2023 को इसी जानकारी के साथ शेयर हुआ मिला। एनडीटीवी ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बिहार: किसानों की बात करते हुए फफक-फफक कर रो पड़े केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, कहा- बहुत दुखी हूं।” पोस्ट के कमेंट्स को देखने पर हमने पाया कि कई यूजर्स ने इसे फेक न्यूज बताया है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्डस से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 16 जनवरी 2023 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, “प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही केंद्रीय मंत्री चौबे को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य परशुराम चतुर्वेदी के निधन की खबर मिली। इसके बाद वह प्रेस वार्ता के दौरान ही फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने कहा कि चतुर्वेदी चार दिनों से मेरे साथ थे। उन्होंने चतुर्वेदी के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया।”
नवभारत टाइम्स सहित कई अन्य न्यूज वेबसाइट्स ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर अन्य कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें प्रेस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो आजतक के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 16 जनवरी 2023 को पोस्ट किया गया था। वीडियो में 58 सेकेंड से देखा जा सकता है कि उन्हें एक शख्स बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के निधन के बारे में आकर बताता है, फिर वो उनके बारे में बात करते हुए रोने लगते हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमने इस प्रेस वार्ता को कवर करने वाले बिहार दैनिक जागरण के पत्रकार शुभ नारायण पाठक से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के निधन की खबर मिलने पर रोए थे। हालांकि, उन्होंने इस प्रेस वार्ता में किसानों को लेकर बातचीत की थी।”
बिहार में किसानों क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं यह जानने के लिए हमने गूगल पर सर्च करना शुरू किया। हमें इस मुद्दे से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिली। एबीपी न्यूज की वेबसाइट पर 16 जनवरी 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, “बिहार के चौसा में एसजेवीएन कंपनी का पावर प्लांट है। रेलवे कॉरिडोर व पाइप लाइन के लिए किसानों की जमीन ली गई है। जमीन अधिग्रहण का काम हो गया है। रेलवे कॉरिडोर के लिए रेलवे ट्रैक पर बिछाने वाली पटरियों को लाया गया है। पाइप लाइन बिछाने के लिए काफी संख्या में पाइप्स लाए गए हैं, लेकिन किसान 80 दिन से उचित मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि जबरदस्ती उनकी जमीन ली गई है। जमीन का मुआवजा भी कम दिया गया है।”
लाइव हिंदुस्तान पर 16 जनवरी 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का कहना है कि वो किसानों का साथ दे रहे थे, जिसकी वजह से उन पर हमले हो रहे हैं। इन्हीं हमलों के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला था। इस मार्च में भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य परशुराम चतुर्वेदी भी शामिल थे। उन्हें इसी मार्च के दौरान उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया।”
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर के हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर का रहने वाला है। यूजर की प्रोफाइल खंगालने के बाद हमने पाया कि यूजर सुनिल चाचा एक विचारधारा से प्रभावित है। यह पहली बार नहीं है जब यूजर ने फेक न्यूज को शेयर किया है। यूजर पहले भी फेक न्यूज शेयर कर चुका है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अश्विनी चौबे बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के निधन की बात सुनकर भावुक हो गए थे। जब उन्हें परशुराम चतुर्वेदी के निधन की खबर सुनी, तो वो सबके सामने भावुक होकर रोने लगे, जिसके वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसानों को लेकर भी बातचीत की थी।
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