Fact Check: असदुद्दीन ओवैसी के घर-घर अभियान के वीडियो को किया जा रहा भ्रामक दावे से वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब इलेक्शन कैंपेन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे थे। वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: असदुद्दीन ओवैसी के घर-घर अभियान के वीडियो को किया जा रहा भ्रामक दावे से वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा उम्मीदवार असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में उनके गले में एक माला नजर आ रही है और एक व्यक्ति उन्हें मफलर पहनाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि असदुद्दीन ओवैसी ने चुनावी रैली के दौरान मंदिर का दौरा किया है और यह वीडियो उसी मौके का है।  

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब इलेक्शन कैंपेन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे थे। वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”ओवैसी मियां के चेहरे पर हार का डर साफ दिखाई दे रहा है वरना आप खुद सोचिए जो मुसलमानों का नेता है, वह हिंदू पुजारी के हाथों से भगवा कैसे पहन सकता है..? मेरी शेरनीं “माधवी लता” बहन ने ऐसा डर का मोहौल बनाया की ओवैसी को माथा टेकने मंदिर जाना ही पड़ा।”

 पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल लेंस के जरिये वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें सर्च करना शुरू किया। सर्च में हमें यह वीडियो आईएनडी टुडे न्यूज नाम के एक इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद लोकसभा उम्मीदवार असदुद्दीन ओवैसी का मलकपेट विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के दौरान कुछ हिंदू पुजारियों ने स्वागत किया।’

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें इसी अभियान के और भी कई वीडियो न्यूज वेबसाइट के यूट्यूब चैनल  पर अपलोड हुए मिले। हालांकि, इनमें कहीं भी ओवैसी के मंदिर जाने का  जिक्र नहीं मिला।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने एआईएमआईएम के सोशल मीडिया के हैंडल को स्कैन किया। सर्च में हमें घर-घर अभियान  से जुड़ी पोस्ट 2 मई को शेयर हुई मिली। यहां पर पोस्ट में जिन तस्वीरों को शेयर किया गया है उसमें एक उस व्यक्ति की भी तस्वीर है, जिसको वायरल वीडियो में  ओवैसी को मफलर पहनाते हुए देखा जा सकता है। यहां दिए गए कैप्शन के मुताबिक, ‘कब कोई यहां आपस में लड़ा है? हर मजहब मजलिस के साथ खड़ा है। सद्र-ए-मजलिस व उम्मीदवार  हैदराबाद संसदीय क्षेत्र बैरिस्टर @asadowaisi ने एआईएमआईएम मालकपेट विधायक के साथ छेत्र मलकपेट के मूसारामबाग, इंदिरा नगर और उसके आस-पास के इलाके में चुनावी दौरा किया और लोगों से 13 मई के दिन पतंग के निशान पर बटन दबाकर मजलिस को कामयाब करने की अपील की।”

वायरल वीडियो में गए दावे से जुड़ी  पुष्टि के लिए हमने असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि मंदिर दौरे से जुड़ा वायरल दावा फर्जी है।

भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 5 हजार लोग फॉलो करते हैं और यूजर की तरफ से पार्टी विशेष के समर्थन में पोस्ट शेयर की जाती है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो उस वक्त का है, जब इलेक्शन कैंपेन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे थे। वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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