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Fact Check: भोपाल की जय भीम रैली से जोड़कर शेयर किया गया अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स का वीडियो

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो भोपाल का नहीं, बल्कि अर्जेंटीना का है। वायरल वीडियो दिसंबर 2022 का है। दरअसल फ्रांस के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप 2022 में मिली जीत के बाद अर्जेंटीना की टीम का ब्यूनस आयर्स में भव्य स्वागत किया गया था। वीडियो उसी दौरान का है, जिसे अब भोपाल का बताकर वायरल किया जा रहा है।

  • By: Jyoti Kumari
  • Published: Feb 3, 2023 at 03:10 PM
  • Updated: Feb 3, 2023 at 03:52 PM
FIFA Cup 2022

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें भीड़ को नीले रंग का झंडा लिए सड़क पर देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो भोपाल का है। वीडियो में 12 फरवरी को मध्य प्रदेश के भोपाल में जुटने का आह्वान किया गया है। कई यूज़र्स इसे सच मानते हुए वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने विस्तार से वायरल वीडियो की पड़ताल की और वायरल दावे को भ्रामक पाया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो भोपाल की जय भीम रैली का नहीं है, बल्कि अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स के ओबिलिस्क स्मारक पर कतर में आयोजित फीफा वर्ल्ड कप 2022 जीतने के जश्न का है। वीडियो को अब गलत दावे से वायरल किया जा रहा है। भोपाल में भीम रैली का आयोजन 12 फरवरी 2023 को होने वाला है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर ‘Shailendra Jounwar’ ने 26 जनवरी को वायरल वीडियो शेयर किया है और लिखा है,”भोपाल चलो भोपाल चलो आरक्षण के समर्थन में सॉरी भाई भोपाल चलो भोपाल को नीला नीला करना है जय भीम क्रांतिकारी।”

वीडियो के ऊपर लिखा हुआ है : चलो भोपाल चलो भोपाल आरक्षण बचाओ आंदोलन 12 फरवरी जय भीम।

इस तस्‍वीर को सोशल मीडिया पर अन्य यूजर मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से कई ग्रैब निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट ईएसपीएन डॉट इन की वेबसाइट प्रकाशित मिली। रिपोर्ट को 21 दिसंबर 2022 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “अर्जेंटीना के विश्व कप के नायकों को ब्यूनस आयर्स में एक ओपन-टॉप बस परेड को छोड़ना पड़ा, क्योंकि लाखों उत्साही प्रशंसकों ने सड़कों पर बाढ़ ला दी और शहर को एक ठहराव की स्थिति में ला दिया। लियोनेल मेसी और उनके साथियों ने नियोजित समारोहों को पूरा करने के लिए हेलीकॉप्टरों में उड़ान भरी। लाखों प्रशंसक ब्यूनस आयर्स की सड़कों पर अर्जेंटीना की राष्ट्रीय फ़ुटबॉल टीम की विजय परेड का अनुसरण करने के लिए उमड़ पड़े।” इस रिपोर्ट में भोपाल के नाम से वायरल वीडियो का इस्तेमाल भी किया गया है।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट Guardian Football के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। 19 दिसंबर 2022 को अपलोड वीडियो में बताया गया,”Ecstatic fans celebrate Argentina’s historic win over France at the iconic Obelisk in Buenos Aires, chanting and hugging one other.”

(हिंदी अनुवाद : उत्साहित प्रशंसक ब्यूनस आयर्स के ओबिलिस्क में फ्रांस पर अर्जेंटीना की ऐतिहासिक जीत का जप करते हुए और एक-दूसरे को गले लगाकर जश्न मनाते हुए।)

कई अन्य न्यूज़ रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो से जुड़ी खबर को पढ़ा जा सकता है, जहां इस वीडियो को अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स का बताया गया है।

वायरल वीडियो कि सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज़ ने नईदुनिया, भोपाल के संवाददाता रविंदर सोनी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया। उन्होंने बताया, ” यह वीडियो भोपाल का नहीं है। भीम आर्मी की रैली 12 फरवरी को भोपाल में होनी है। इस लिए यह दावा फर्जी है।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को शेयर करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से पता चला कि यूजर मध्य प्रदेश के कैलारस का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर के एक हज़ार से ज्यादा मित्र हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो भोपाल का नहीं, बल्कि अर्जेंटीना का है। वायरल वीडियो दिसंबर 2022 का है। दरअसल फ्रांस के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप 2022 में मिली जीत के बाद अर्जेंटीना की टीम का ब्यूनस आयर्स में भव्य स्वागत किया गया था। वीडियो उसी दौरान का है, जिसे अब भोपाल का बताकर वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : सड़क पर दिख रही भीड़ का यह वीडियो भोपाल का है।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर - Shailendra Jounwar
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