Fact Check : दो साल पहले महाराष्ट्र के हिंगोली में महंगाई के खिलाफ निकाले गए मोर्चा के वीडियो को संदर्भ से हटा कर किया जा रहा शेयर 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2021 में शिवसेना द्वारा किए गए एक प्रदर्शन का है। साल 2021 में शिवसेना ने महाराष्ट्र के हिंगोली में महंगाई के खिलाफ मोर्चा निकाला था। यह वीडियो उसी दौरान का है।

Fact Check : दो साल पहले महाराष्ट्र के हिंगोली में महंगाई के खिलाफ निकाले गए मोर्चा के वीडियो को संदर्भ से हटा कर किया जा रहा शेयर 

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर प्रदर्शन का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में नजर आ रहे लोग पीएम मोदी और महंगाई के खिलाफ नारे लगाते हुए नजर आ रहे है। वीडियो को हाल का बताते हुए कई यूजर्स इसे कर्नाटक चुनाव से भी जोड़ रहे हैं। कई सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि कर्नाटक चुनाव से पहले हिंदू संगठनों ने वहां पर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है। जबकि कई यूजर्स दावा कर रहे हैं कि बीजेपी के कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2021 में शिवसेना द्वारा किए गए एक प्रदर्शन का है। साल 2021 में शिवसेना ने महाराष्ट्र के हिंगोली में महंगाई के खिलाफ मोर्चा निकाला था। यह वीडियो उसी दौरान का है।

क्या हो रहा है वायरल ?

ट्विटर यूजर प्रलाद ने 21 मार्च 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “लगता है सही में अब हिन्दू जाग गया।”   #KarnatakaElection2023 #40PercentSarkara

फेसबुक यूजर Chetan Zinzuwadia ने 22 मार्च 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “सस्ती दारू महंगा तेल वाह रे मोदी तेरा खेल ये केसरिया बीजेपी के लोग ऐसा नारा क्यूँ लगाने लगे है??ये देश का अपमान है!!महगाई तो गांधी नेहरू की जिम्मेदारी है।”

https://twitter.com/PrahladDalwadi/status/1638166768890814464

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से कई ग्रैब निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट मराठी दैनिक साकाल की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 5 फरवरी 2021 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, शिवसेना ने बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा निकाला था और नारे लगाए थे।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो लोकप्रधान न्यूज चैनल पर मिला। वीडियो को 5 फरवरी 2021 को शेयर किया गया है। दी गई जानकारी के मुताबिक,  महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में शिवसेना ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में बैलगाड़ी मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया। शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ ने कथित तौर पर रैली का नेतृत्व किया था, जो कि पार्टी कार्यालय से शुरू हुई और हिंगोली में इंदिरा गांधी चौक से होकर निकली थी।

अन्य न्यूज रिपोर्ट को यहां पर देखा जा सकता है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने शिवसेना UBT के प्रवक्ता मंगत राम से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि  वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। यह वीडियो तकरीबन दो साल पुराना है और शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ के नेतृत्व में किए गए एक प्रदर्शन का है। यह प्रदर्शन महाराष्ट्र के हिंगोली में किया गया था।”

पड़ताल के अंत में हमने वायरल वीडियो को शेयर करने वाले ट्विटर यूजर के प्रोफाइल को स्कैन किया।  यूजर अप्रैल 2013 से ट्विटर पर सक्रिय है और एक विचारधारा से प्रभावित है। यूजर को ट्विटर पर कुल 1,731 लोग फॉलो करते हैं। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2021 में शिवसेना द्वारा किए गए एक प्रदर्शन का है। साल 2021 में शिवसेना ने महाराष्ट्र के हिंगोली में महंगाई के खिलाफ मोर्चा निकाला था। यह वीडियो उसी दौरान का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट