Fact Check : भाजपा सांसद की छवि बिगाड़ने के लिए इस्‍तेमाल किया गया पाकिस्‍तान का वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में जालौर के भाजपा सांसद के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पाकिस्‍तान के पुराने वीडियो का इस्‍तेमाल भाजपा सांसद की छवि को खराब करने के लिए इस्‍तेमाल किया गया।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्‍स को एक महिला के साथ डांस करते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि वीडियो में दिख रहे शख्‍स राजस्‍थान के जालौर के बीजेपी सांसद देव जी पटेल हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो पाकिस्‍तान का है। इसका भाजपा सांसद से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘अखिलेश यादव के दीवाने’ ने एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया : ‘राजस्थान के बीजेपी जालौर लोकसभा क्षेत्र से सांसद देवजी पटेल हैं। देखो अब देख महंगाई बेरोजगारी सरकारी नौकरी मिले या न मिलें। महंगाई चरम सीमा पर है बेरोजगारी बढ़ती जा रही है भाजपा कहती है। सबका साथ सबका विश्वास लेकिन। अब इसको क्या कहेंगे।’

वीडियो के ऊपर लिखा गया कि राजस्‍थान के बीजेपी सांसद देव जी पार्टी मजबूत करते हुए।

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को यहां हूबहू लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी अभी का मानकर वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत गूगल सर्च से किया। सबसे पहले संबंधित वीडियो से जुड़े कीवर्ड के आधार पर सर्च किया गया। हमें सीबीसी न्‍यूज राजस्‍थान के यूट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। 26 जून 2022 को अपलोड इस खबर में बताया गया कि एक शख्‍स ने भाजपा सांसद की छवि को खराब करने के लिए एक वीडियो क्लिप वायरल की। शिकायत के बाद शख्‍स को अरेस्‍ट कर लिया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने क्‍लू के आधार पर जालौर से प्रकाशित अखबार को खंगालना शुरू किया। 26 जून के अखबार में हमें संबंधित खबर मिली। खबर में बताया गया कि किसी शख्‍स के वीडियो को सांसद का बताकर वायरल करने के आरोप में चितलवाना पुलिस ने एक शख्‍स को अरेस्‍ट किया है। इस शख्‍स का नाम भीखाराम है। संबंधित खबर नीचे पढ़ें।

अब यह पता लगाना था कि वायरल वीडियो आखिर कहां का है। इसके लिए गूगल रिवर्स इमेज टूल का इस्‍तेमाल किया गया। वीडियो के कीफ्रेम्‍स निकाल कर रिवर्स इमेज टूल में सर्च किया गया। हमें एक फेसबुक पेज पर यह वीडियो मिला। 13 फरवरी 2020 को पाकिस्‍तान के ‘Human Rights Media Network’ नाम के फेसबुक पेज ने इस वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया कि वायरल वीडियो पाकिस्‍तान के मशहूर नेत्र विशेषज्ञ डॉ. जफर इकबाल का है। संबंधित वीडियो को यहां देखें।

पड़ताल के अगले चरण में जालौर पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला गया। 27 जून को जालौर पुलिस के ट्विटर हैंडल पर बताया गया कि पुलिस थाना चितलवाना द्वारा सांसद के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस पोस्‍ट के साथ दो खबरों की क्लिप को भी अपलोड किया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए सांसद देवजी पटेल से संपर्क किया। उनकी ओर से बताया गया कि उनके खिलाफ षडयंत्र रचते हुए यह वीडियो वायरल किया गया। यह पूरी तरह फर्जी है।

जांच के अगले चरण में दैनिक जागरण, राजस्‍थान के वरिष्‍ठ संवाददाता नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया गया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया गया। उन्‍होंने भी इसे फेक बताया।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अंत में फेसबुक पेज ‘अखिलेश यादव के दीवाने’ की सोशल स्‍कैनिंग की। पता चला कि इस पेज को लखनऊ से संचालित किया जाता है। इसे 10 हजार से ज्‍यादा लोग लाइक करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में जालौर के भाजपा सांसद के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। पाकिस्‍तान के पुराने वीडियो का इस्‍तेमाल भाजपा सांसद की छवि को खराब करने के लिए इस्‍तेमाल किया गया।

False
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