Fact Check: सम्भल में मौलाना के जनाज़े में शामिल हुई भीड़ के वीडियो को हैदराबाद की इफ्तार पार्टी बताकर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट में किए गए दावे को गलत पाया। यह वीडियो हैदराबाद का नहीं है। असल में यह वीडियो उत्तर प्रदेश के सम्भल का है, जहां एक मौलाना के जनाज़े में शामिल होने के लिए यह भीड़ आयी थी।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें हजारों की तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों को देखा जा सकता है। वीडियो में मस्जिद जैसी दिखने वाली इमारत के परिसर में भारी भीड़ देखी जा सकती है। वायरल पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हैदराबाद का है, जहां एक इफ्तार पार्टी में यह भीड़ इकट्ठा हुई। विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा भ्रामक निकला।

असल में यह वीडियो उत्तर प्रदेश के सम्भल का है, जहां एक मौलाना के जनाज़े में शामिल होने के लिए यह भीड़ आयी थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर @Pradeep76654174  ने यह पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा: “चुनाव और कुंभ का ज्ञान बांटने वालों का जी भर गया हो तो हैदराबाद की शुक्रवार की इफ्तार पार्टी को देख लो..”

Surendra Bandi नाम के फेसबुक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर करते हुए डिस्क्रिप्शन में लिखा, “कुम्भ पर ज्ञान बांटने वालों हैदराबाद की हालात देखो।और मुंह मे जुबान और दिल में ईमान हो तो बोलो।”

इन पोस्टस का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की पड़ताल करने के लिए सबसे पहले वायरल वीडियो को इनविड टूल पर डाला और इसके कीफ्रेम्स निकाले, फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। हमें UP Tak के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर 18 अप्रैल को अपलोडेड एक वीडियो में यह क्लिप मिली। खबर के अनुसार, यह वीडियो उत्तर प्रदेश के सम्भल का था, जहां मौलाना अब्दुल मोमिन नदवी के जनाजे में यह भीड़ एकत्रित हुई थी।

कई यूट्यूब वीडियोज में भी इस वीडियो को संभल में  मौलाना अब्दुल मोमिन नदवी के जनाज़े का बताया गया था।

वायरल वीडियो के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के सम्भल संवाददाता राघवेंद्र शुक्ला से संपर्क साधा। उन्होंने हमें बताया “16 अप्रैल को सम्भल के दीपा सराय निवासी मौलाना अब्दुल मोबीन की बीमारी से मौत हो गई थी। उसके बाद उनका जनाजा मदरसा अंजुमन लाया गया तो उनके अंतिम दर्शन को हजारों की भीड़ जुट गई। यह वीडियो वहीँ का है।”

अब बारी थी ट्विटर पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर @Pradeep76654174 के प्रोफाइल को स्कैन करने का। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर उदयपुर का रहने वाला है और इसके ट्विटर अकाउंट पर 41 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट में किए गए दावे को गलत पाया। यह वीडियो हैदराबाद का नहीं है। असल में यह वीडियो उत्तर प्रदेश के सम्भल का है, जहां एक मौलाना के जनाज़े में शामिल होने के लिए यह भीड़ आयी थी।

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