छत्तीसगढ़ में हुई घटना के वीडियो को सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के मकसद से उत्तर प्रदेश के प्रतापढ़ जिले के लालगंज कस्बा के दुर्गा पूजा के पंडाल में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा किए गए उत्पात का बताकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कुछ उपद्रवियों को तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश के लालगंज कस्बे में दुर्गा पूजा के पंडाल में मुस्लिम समुदाय के लोगों की तरफ से किए गए उत्पात का है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। छत्तीसगढ़ में हुई घटना के वीडियो को सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के मकसद से उत्तर प्रदेश में दुर्गा पूजा के पंडाल में किए गए उत्पात का बताकर वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रहा वीडियो छत्तीसगढ़ के दंगा प्रभावित कवर्धा जिले का है और वीडियो में भगवा झंडा थामे हिंदूवादी संगठनों के लोगों को उपद्रव करते हुए देखा जा सकता है।
फेसबुक यूजर ‘Shankar Mali Tanwar’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”#क्रियाकीप्रतिक्रिया…. 🚩 #जयश्रीराम 🚩प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कस्बे में #दुर्गा_पूजा के पंडाल में घुस कर जिहादीयों ने पूजा बंद करवा दी और मां दुर्गा का #पताका 🚩 निकाल कर फेंक दिया,उसके बाद श्री बजरंग सेना के कुछ सदस्य ओर हिंदू संगठन के लोग सक्रिय हो गए, एक-एक मुस्लिम को उनके घरों से निकाल कर बुरी तरह पीटा, मस्जिदों के झंडे उखाड़ कर फेंक दिए गए कारों व मोटर साइकिलों को तोड़-फोड़ दिया गया, समस्त मुस्लिम समुदाय थाने में शरण लिए हुए है, जय श्री राम 🚩🙏💪।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर यूजर ‘ Sujeet Singh Gahlot Kanpur’ ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो को उत्तर प्रदेश के लालगंज में हुई घटना का बताया गया है। अगर कोई ऐसी घटना घटी होती तो यह अपने आप में एक बड़ी खबर होती। हालांकि, न्यूज सर्च के दौरान हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें ऐसी किसी घटना का जिक्र हो, जिसका दावा वायरल वीडियो में किया गया है।
सर्च में हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 13 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक इंटरनेट पर लालगंज कस्बा क्षेत्र में एक दुर्गा पंडाल में घुसकर दूसरे समुदाय के लोगों के द्वारा जबरन पूजा बंद करवाए जाने और भगवा झंडा को फेंके जाने के दावे के साथ पोस्ट किए गए भड़काऊ वीडियो के सामने आते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘ लालगंज कोतवाली पुलिस छानबीन में लगी तो वायरल वीडियो छत्तीसगढ़ का निकला। पुलिस ने आरोपित व्यक्ति के नंबर से उसका नाम सर्च किया। दारोगा राजेश कुमार की तहरीर पर दो समुदायों के बीच सौहार्द्र बिगाड़ने का प्रयास करने तथा लोक शांति भंग करने की साजिश रचने के आरोपित संतोष कुमार मानधाता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।’
वायरल हो रहे वीडियो से भी इसके छत्तीसगढ़ के होने की पुष्टि होती है। वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर हमें क्षतिग्रस्त वाहन का नंबर प्लेट नजर आया, जिस पर ‘CH 04 HD 1430’ नंबर दर्ज था। इससे यह साफ होता है कि वायरल हो रहा वीडियो छत्तीसगढ़ का है, जिसे उत्तर प्रदेश के लालगंज की सांप्रदायिक घटना का रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
वायरल हो रहे वीडियो में उपद्रवियों को साफ-साफ जय श्री राम का नारा लगाते हुए एक गली में तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है। भीड़ में कुछ लोगों के हाथों में भगवा झंडे को भी देखा जा सकता है। इससे यह साफ होता है कि तोड़फोड़ कर रही भीड़ में शामिल उपद्रवी हिंदुवादी संगठनों से संबंधित है।
हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के रायपुर के ब्यूरो चीफ संजीत कुमार ने भी इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हुए दंगे से संबंधित है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी देते हुए बताया है, ‘दिनांक 05.10.2021 को कवर्धा, छत्तीसगढ़ में हुई घटना को भ्रामक रूप से उ०प्र० प्रतापगढ़ की घटना के रूप में दुष्प्रचारित किये जाने के सम्बन्ध में @pratapgarhpol द्वारा खण्डन कर मुकदमा पंजीकृत किया गया है।’
इस मामले में अतिरिक्त जानकारी के लिए हमने प्रतापगढ़ पुलिस से भी संपर्क किया। कुंडा के पुलिस उपाधीक्षक अर्जुन सिंह ने विश्वास न्यूज के साथ बातचीत में बताया, ‘वीडियो में जो दावा किया गया है, वैसी कोई घटना लालगंज या जिले के किसी अन्य इलाके में नहीं हुई। हमने अपनी जांच में पाया कि वीडियो छत्तीसगढ़ का है और जिस व्यक्ति ने इसे लालगंज का बताते हुए वायरल किया था, हमने उसकी पहचान कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।’
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब डेढ़ हजार लोग फॉलो करते हैं। यह प्रोफाइल मार्च 2015 से फेसबुक पर सक्रिय है।
निष्कर्ष: छत्तीसगढ़ में हुई घटना के वीडियो को सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के मकसद से उत्तर प्रदेश के प्रतापढ़ जिले के लालगंज कस्बा के दुर्गा पूजा के पंडाल में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा किए गए उत्पात का बताकर वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रहा वीडियो छत्तीसगढ़ के दंगा प्रभावित कवर्धा जिले का है और वीडियो में भगवा झंडा थामे हिंदूवादी संगठनों के लोगों को उपद्रव करते हुए देखा जा सकता है।
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