Fact Check: ज्ञानवापी सर्वे के दौरान एएसआई टीम के कहने पर गुंबद पर चढ़ा था युवक

वाराणसी में ज्ञानवापी सर्वे के दौरान एएसआई टीम के कहने पर युवक सीढ़ी के सहारे गुंबद पर चढ़ा था। वाराणसी पुलिस को भी पहले से इसकी जानकारी थी।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। वाराणसी में एएसआई ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कर रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें एक शख्‍स को गुंबद से लगी सीढ़ी पर खड़े देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इसे सांप्रदायिक रंग देते हुए दावा कर रहे हैं कि अदालत के आदेश पर हो रहे ज्ञानवापी सर्वेक्षण के दौरान एक मुस्लिम शख्‍स गुंबद पर चढ़ता दिखा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जब इसकी जांच की तो पता चला कि एएसआई की टीम ने ही उस शख्‍स को गुंबद पर भेजा था। दरअसल, एएसआई टीम में हिंदू और म‍ुस्लिम, दोनों पक्षों के लोग मौजूद हैं। सीढ़ी पर चढ़ने वाला युवक सर्वे में शामिल था। वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

ट्विटर यूजर ‘हम लोग We The People’ (आर्काइव लिंक) ने 9 अगस्‍त को वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा,

“अदालत के आदेश पर ज्ञानवापी का सर्वेक्षण चल रहा है। इस बीच ज्ञानवापी के गुंबद पर चढ़ता दिखा मुस्लिम शख्‍स।”

https://twitter.com/ajaychauhan41/status/1689119683813994496

फेसबुक यूजर ‘सोनम हिंदू‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 9 अगस्‍त को वीडियो पोस्‍ट करते हुए समान दावा किया।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। लाइव हिन्‍दुस्‍तान की वेबसाइट पर 8 अगस्‍त को इस बारे में खबर छपी है। इसमें वायरल वीडियो के स्‍क्रीनशॉट को भी देखा जा सकता है। खबर के अनुसार, “वाराणसी में जिला अदालत के आदेश पर काशी विश्‍वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद का एएसआई सर्वे का काम चल रहा है। सर्वे पिछले पांच दिन से जारी है। 4 अगस्‍त (शुक्रवार) को एएसआई की टीम ने सर्वे का काम शुरू किया था। रोजाना यह सर्वे सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होता है। टीम में हिंदू और मुस्लिम, दोनों पक्षों के लोग और उनके व‍कील शामिल रहते हैं। जांच के लिए 50 कर्मचारियों से ज्यादा की चार टीमें काम कर रही हैं। सोमवार (7 अगस्‍त) को मस्जिद के गुंबद के पास सर्वे का काम चल रहा था। इस दौरान एक युवक सीढ़ी के सहारे गुंबद पर चढ़ता दिखा। कुछ लोगों ने युवक की वीडियो बनाकर अलग-अलग दावों से वायरल कर दी। लोगों ने यह भी दावा किया कि किसी सबूत से छेड़छाड़ करने के लिए वह चढ़ा था। इसको लेकर वाराणसी पुलिस से भी शिकायत की गई। मामला सामने आने पर डीजीपी ऑफिस से इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई। पुलिस का कहना है कि युवक सर्वे में सहयोग कर रहा था और वह एएसआई टीम के कहने पर गुंबद पर चढ़ा था। वाराणसी पुलिस को इस बारे में पहले से जानकारी थी। उसे मापी के दौरान फीता पकड़ने के लिए सीढ़ी के सहारे गुंबद पर चढ़ाया गया था। इंस्पेक्टर चौक शिवाकांत मिश्र ने कहा कि रिपोर्ट डीजीपी ऑफिस भेज दी गई है। वहीं, डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि सर्वे में कोई रुकावट नहीं आई और ना ही सबूत मिटाने जैसी कोई बात है। एएसआई टीम के कहने पर युवक गुंबद पर चढ़ा था।”

7 अगस्‍त को यूपी तक की वेबसाइट पर भी इस बारे में छपी खबर को देखा जा सकता है। इसमें वायरल वीडियो भी अपलोड किया गया है। खबर के मुताबिक, “सोमवार को पांचवें दिन भी ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का काम जारी रहा। सर्वे का काम सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक चला। इस दौरान एएसआई टीम ने ज्ञानवापी मस्जिद के तीनों गुंबद का निरीक्षण किया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें एक शख्‍स सीढ़ी लगाकर गुबंद पर चढ़ता दिख रहा है। उसके हाथ में रस्सी थी, जो वह गुंबद पर फेंकता दिखा। हालांकि, यह सब एएसआई सर्वे का ही हिस्सा था। बता दें कि एएसआई की टीम जब पहले दिन सर्वे करने पहुंची थी, तो मुस्लिम पक्ष इस पर रोक की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट चला गया था। इसके बाद कोर्ट ने सर्वे पर दो दिन की रोक लगाते हुए मुस्लिम पक्ष को हाईकोर्ट जाने के लिए कहा था। फिर मुस्लिम पक्ष हाईकोर्ट पहुंचा था, लेकिन हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी।”

इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने चौक पुलिस थाने के प्रभारी इंस्‍पेक्‍टर शिवाकांत मिश्रा से बात की। उनका कहना है,”सर्वे कर रही एएसआई की टीम में हिंदू और मुस्लिम पक्षों के लोग शामिल हैं। सर्वे के दौरान एएसआई टीम के कहने पर ही युवक गुंबद पर चढ़ा था। इस बारे में हमने डीजीपी ऑफिस भी रिपोर्ट भेज दी है।

इस बारे में हमने वाराणसी में दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी भारतीय बसंत कुमार से भी बता की। उन्होंने कहा, “ज्ञानवापी परिसर की सुरक्षा तीन घेरे में है। ऐसे में किसी अनजान शख्स का परिसर में घुसना लगभग असंभव है। सर्वे कर रही एएसआई की टीम के साथ मजदूर भी हैं। टीम में शामिल एक युवक ही गुंबद पर चढ़ा था। वह कोई असामाजिक तत्व नहीं था।

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले ट्विटर यूजर की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। दिसंबर 2011 में ट्विटर से जुड़े यूजर के करीब 67 हजार फॉलोअर्स हैं। यूजर एक विचारधारा से प्रभावित हैं।

निष्कर्ष: वाराणसी में ज्ञानवापी सर्वे के दौरान एएसआई टीम के कहने पर युवक सीढ़ी के सहारे गुंबद पर चढ़ा था। वाराणसी पुलिस को भी पहले से इसकी जानकारी थी।

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