Fact Check: सहारनपुर के छुटमलपुर का करीब तीन साल पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के छुटमलपुर की करीब तीन साल पुरानी घटना का वीडियो अब सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला को बाइक सवार युवक को पीटते हुए दिखाया गया है। आसपास वहां कई लोग मौजूद हैं। कुछ यूजर्स इस वीडियो को वायरल कर दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के छुटमलपुर में छेड़छाड़ करने पर हिंदू महिला ने मुस्लिम युवक की पिटाई कर दी।

विश्वास न्यूज ने जब इसकी जांच की तो पता चला कि यह वीडियो जुलाई 2021 में सहारनपुर के छुटमलपुर में हुई घटना का है। सहारनपुर पुलिस के एक्स हैंडल से भी इस बारे में पोस्ट कर जानकारी दी गई है कि तीन साल पुराने इस वीडियो में दोनों ही पक्ष एक ही समुदाय के हैं। मतलब सहारनपुर के करीब तीन साल पुराने वीडियो को गलत सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर ‘कल्पना श्रीवास्तव’ ने 8 नवंबर को वीडियो शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,

पहली बार एक बहन ने बिना डरे इन इस्लामिट आतंकियों को इनके सही नाम से पुकारा है
इस बहन ने तो दिल जीत लिया
एक आतंकी मुस्लिम लड़का इस बहन को
गलत तरीके से इशारा कर रहा था और बोल रहा था पैसे लोगी चलो मेरे साथ
फिर किस तरह उसने इस मुस्लिम —- का स्वागत किया आप खुद वीडियो मे देख लो
लोकेशन छुटमलपुर उत्तर प्रदेश

फेसबुक यूजर Ravi Guru (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देते हुए शेयर किया।

पड़ताल

वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने वीडियो का स्क्रीनशॉट लेकर उसे गूगल लेंस से सर्च किया। इससे हमें यह वीडियो एक्स यूजर Ghar Ke Kalesh के अकाउंट पर मिला। इसे 23 मई 2023 को अपलोड किया गया है।

इससे यह तो साफ हो गया कि वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। इसके बाद हमने सहारनपुर पुलिस के एक्स हैंडल का स्कैन किया। चूंकि इस तरह के वायरल वीडियो या पोस्ट पर यूपी पुलिस अक्सर प्रतिक्रिया देती है। सहारनपुर पुलिस के रिप्लाई सेक्शन में हमें इससे संबंधित पोस्ट मिली। एक्स यूजर Radio India ने भी इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे से शेयर करते हुए यूपी पुलिस और सहारनपुर पुलिस को टैग किया है। इसके जवाब में सहारनपुर पुलिस ने इस घटना को तीन साल पुराना बताया है और इसमें दोनों ही पक्ष एक ही समुदाय के बताए हैं। इसमें यह भी जानकारी दी गई है कि फतेहपुर थाने में इस मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई की जा चुकी है।

सर्च में हमें सहारनपुर पुलिस का 24 जुलाई 2021 को पोस्ट किया गया वीडियो मिला। इसमें महिला बता रही है कि मामला पैसों के लेनदेन का था, छेड़छाड़ का नहीं। इसमें वह अपना और अपने पति का नाम भी बता रही है। इससे पता चलता है कि वह मुस्लिम है।

इस बारे में हमने सहारनपुर दैनिक जागरण के जिला प्रभारी कपिल से संपर्क कर वीडियो शेयर किया। उनका कहना है कि ये करीब तीन साल पुराना मामला है। युवक और युवती दोनों ही मुस्लिम हैं। उस समय छेड़छाड़ के आरोपित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हुई थी। अब इसे ताजा वीडियो बताकर वायरल किया जा रहा है।

वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर करने वाली फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर के 1 लाख 23 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के छुटमलपुर की करीब तीन साल पुरानी घटना का वीडियो अब सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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