Fact Check: स्पेशल इफेक्ट्स से तैयार किए गए वीडियो को असली समझ शेयर कर रहे यूजर्स

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मेरठ के नाम पर वायरल हो रहे भूत-प्रेत के वीडियो को वीएफएक्स के जरिए बनाया गया है। वीडियो को वीएफएक्स आर्टिस्ट Joseph Njovu ने बनाया है। जिसे सोशल मीडिया यूजर्स असली समझकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

Fact Check: स्पेशल इफेक्ट्स से तैयार किए गए वीडियो को असली समझ शेयर कर रहे यूजर्स

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि मेरठ में भूत दिखाई दिया है। इस घटना को एक शख्स ने अपने कैमरे में कैद किया है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि मेरठ के कासिमपुर फाटक में कब्रिस्तान के पास बनी कॉलोनी के एक घर के बाहर भूत दिखाई दिया है। जिसे देखकर पहले पालतू कुत्ता भौंका, तो युवक ने बाहर आकर कुछ संदिग्ध देखा और वीडियो बनाया। इसके बाद से युवक आईसीयू में भर्ती है।

विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की जांच की और दावा फर्जी निकला। वायरल वीडियो को वीएफएक्स आर्टिस्ट Joseph Njovu ने बनाया है। इसे सोशल मीडिया यूजर्स असली समझकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।  

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘संजय कुमार’ ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है “मेरठ ब्रेकिंग – मेरठ में सोशल मीडिया पर एक रहस्यमयी वीडियो तेजी से हो रहा है वायरल। युवक ने एक प्रेत की वीडियो को मोबाइल कैमरे में किया कैद। वीडियो मेरठ के कासमपुर फाटक के पास बने कब्रिस्तान पास बनी कॉलोनी के बताया जा रहा है। पालतू कुत्ते के रोने की आवाज़ सुन युवक घर के बाहर झांक रहा था। तभी घर के बाहर मंडराते प्रेत के साया देख युवक ने अपने मोबाइल में बनाया वीडियो। बताया जा रहा वीडियो बनाने के बाद युवक बेहोश हो गया जो अभी भी आई सी यू मे भर्ती है। वीडियो बना रहस्य का विषय!

फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इसका एक कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस से रिवर्स इमेज से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो Jay Unique नाम के फेसबुक यूजर द्वारा 27 अगस्त 2022 को शेयर मिला। 1 मिनट 57 सेकंड के वीडियो में दिखाया गया है कि इस वीडियो को कैमरा वीएफएक्स और आफ्टर इफेक्ट्स से कैसे बनाया गया है।

सर्च के दौरान वीडियो हमें जय यूनिक के यूट्यूब चैनल Joseph Njovu visuals पर भी मिला। 27 अगस्त 2022 को अपलोड वीडियो में यहां भी बताया गया कि वीडियो वीएफएक्स द्वारा बनाया गया है। वीडियो में किये कमेंट्स के रिप्लाई में Joseph Njovu ने बताया कि यह वीडियो उन्होंने लगभग 2 महीने पहले बनाया था। इस यूट्यूब चैनल पर इस तरह के कई वीडियो मौजूद हैं, जिनमें वीएफएक्स, एडिटिंग टूल्स का इस्तेमाल किया गया है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने Joseph Njovu के बारे में सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पता चला कि Joseph Njovu एक ग्राफिक डिजाइनर और एक फिल्म निर्माता हैं। Joseph Njovu  जांबिया लसीका का रहने वाला है।

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने Joseph Njovu से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। इस वीडियो का सच्चाई से कोई संबंध नहीं है। मैंने इस वीडियो को वीएफएक्स के जरिए तैयार किया है। यह सच्ची घटना नहीं है।

पड़ताल के अंत में हमने इस तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर संजय कुमार की जांच की। जांच में पता चला कि फेसबुक पर यूजर के 6 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मेरठ के नाम पर वायरल हो रहे भूत-प्रेत के वीडियो को वीएफएक्स के जरिए बनाया गया है। वीडियो को वीएफएक्स आर्टिस्ट Joseph Njovu ने बनाया है। जिसे सोशल मीडिया यूजर्स असली समझकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट