Fact Check : लॉस एंजिल्स में शिखर सम्मेलन के विरोध का डेढ़ साल पुराना वीडियो फिलीस्तीन के समर्थन का बताया जा रहा

अमेरिका के लॉस एंजिल्स में जून 2022 में हुए शिखर सम्मेलन के विरोध-प्रदर्शन के वीडियो को फिलीस्तीन समर्थन का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो का इजरायल-हमास युद्ध से कोई संबंध नहीं है।

Fact Check : लॉस एंजिल्स में शिखर सम्मेलन के विरोध का डेढ़ साल पुराना वीडियो फिलीस्तीन के समर्थन का बताया जा रहा

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। इजरायल-हमास युद्ध को लेकर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हुई हैं। विश्वास न्यूज इनमें से कई फर्जी और भ्रामक दावों की जांचकर उनकी सच्चाई सामने ला चुका है। अब एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अमेरिका के लॉस एंजिल्स में फिलीस्तीन का समर्थन करने पर एक महिला को अमेरिकी पुलिस ने सड़क पर पीटा।  

विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला है कि वायरल वीडियो अमेरिका के लॉस एंजिल्स में करीब डेढ़ साल पहले हुए शिखर सम्मेलन के विरोध-प्रदर्शन का है। इसका इजरायल-हमास युद्ध से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर मुहम्मद तनवीर ने 8 जनवरी को वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,

“अमेरिका के Los Angeles में नरभक्षी इजरायल के विरोध में और फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर रही महिला को अमेरिका की पुलिस ने सड़क पर पटक पटक कर पीटा महिला के कपड़े तक फाड़ दिए।”

https://twitter.com/Tanvirpost/status/1744305105015386276

फेसबुक यूजर Otp Shayeri (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए वीडियो के कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। यूट्यूब चैनल Hailey Winslow पर 9 जून 2022 को वायरल वीडियो अपलोड किया गया है। इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “डाउनटाउन एलए में ‘समिट ऑफ अमेरिकंस’ के दौरान फॉक्स 11 लॉस एंजिल्स पर मेरी लाइव रिपोर्ट से ठीक पहले मैंने यह वीडियो शूट किया था। यूएस सीक्रेट सर्विस एजेंट ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के काफिले के सामने प्रदर्शन कर रही महिला को थप्पड़ मारा था।”

फॉक्स 11 लॉस एंजिल्स के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी इस वीडियो को देखा जा सकता है। इसे 9 जून 2022 को अपलोड किया गया है। इसमें लिखा है कि कुछ देशों को आमंत्रित नहीं किए जाने के बाद ‘समिट ऑफ अमेरिकंस’ का विरोध करने के लिए कई प्रदर्शनकारी शहर में पहुंचे हैं।

इस बारे में हमने फॉक्स 11 लॉस एंजिल्स की पत्रकार केल्सी पेघर से संपर्क किया। उन्होंने इसे ‘समिट ऑफ अमेरिकंस’ के विरोध से जुड़ा बताया।    

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 14 नवंबर 2023 को एएफपी के हवाले से छपी खबर में लिखा है कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था। इसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई में गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था।

वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले एक्स यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है। उसके करीब 15 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: अमेरिका के लॉस एंजिल्स में जून 2022 में हुए शिखर सम्मेलन के विरोध-प्रदर्शन के वीडियो को फिलीस्तीन समर्थन का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो का इजरायल-हमास युद्ध से कोई संबंध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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