Fact Check: उर्फी जावेद नहीं हैं जावेद अख्तर की पोती, वायरल पोस्ट फर्जी है

विश्वास न्यूज ने पड़ताल की तो वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। शबाना आज़मी ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है कि उर्फी जावेद का गीतकार जावेद अख्तर से कोई सम्बन्ध नहीं है।

Fact Check: उर्फी जावेद नहीं हैं  जावेद अख्तर की पोती, वायरल पोस्ट फर्जी है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज ): फेसबुक पर वायरल हो रही एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि बिग बॉस ओटीटी से बाहर हुई पहली कंटेस्टेंट उर्फी जावेद असल में लिरिसिस्ट और सॉन्ग राइटर जावेद अख्तर की पोती हैं। विश्वास न्यूज ने पड़ताल की तो वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। शबाना आज़मी ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है कि उर्फी जावेद का गीतकार जावेद अख्तर से कोई सम्बन्ध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

राणा जितेश हिन्दू नाम के एक यूजर ने फेसबुक पर उर्फी जावेद की एक तस्वीर शेयर की और साथ में लिखा “#यहउर्फीजावेद है, #जावेदअख्तर की पोती. #मुंबईएयरपोर्टपरइसकापहनावादेखिए जावेद अख्तर #शरियत और डर की बात करता है और ज्ञान देता फिरता है। बाकी उर्फी पूरा #पाकिस्तानदिखातेहुए #शरियतकोचुनौतीदेरहीहैं 🤭🙄🙄 #तालिबानीचाहकलोगबताओ, #इसकोशरियाकानूनकेअनुसारक्यासजाबनतीहैं #पोस्टकेलिएक्षमाचाहतेहै🙏🙏”

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले कीवर्ड सर्च के ज़रिये ढूंढा। हमें अभिनेत्री और जावेद अख्तर की पत्नी शबाना आज़मी का एक ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने लिखा था “उर्फी जावेद हमसे किसी भी तरह से संबंधित नहीं हैं।”

शबाना आज़मी के इस ट्वीट पर एक खबर www.jagran.com/ पर भी मिली।

इसके बाद हमने उर्फी जावेद के बारे में कीवर्ड सर्च के ज़रिये ढूंढा। theancestory.com के अनुसार, लखनऊ की रहने वाली हैं और एक टीवी अभिनेत्री हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने इस विषय में उर्फी जावेद से संपर्क साधा। हमसे फ़ोन पर बात करते हुए उन्होने कहा “मैं जावेद अख्तर की पोती नहीं हूँ। मेरा उनसे कोई रिश्ता नहीं है।”

हमने वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर राणा जितेश हिन्दू की प्रोफाइल को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर पटना का रहने वाला है। यूजर के 718 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने पड़ताल की तो वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। शबाना आज़मी ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है कि उर्फी जावेद का गीतकार जावेद अख्तर से कोई सम्बन्ध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट