कानपुर के गोविंद नगर थाने में कुछ युवकों ने साहिल पासवान की हत्या कर दी थी। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश के कानपुर के नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें दो लोगों को एक युवक को बुरी तरह पीटते हुए देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यूपी के कानपुर में मुस्लिम युवक साहिल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यूजर्स इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि कानपुर के गोविन्द नगर थाने में जिस युवक का मर्डर हुआ था, उसका पूरा नाम साहिल पासवान पुत्र लालता प्रसाद था। दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं। युवक के मुस्लिम होने का दावा गलत है।
फेसबुक यूजर Ashraf Khan ने 21 सितंबर को वीडियो को पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,
“लोकेशन : कानपुर, यूपी
साहिल नामक मुस्लिम युवक को घर से निकलकर पीट पीटकर हत्या कर दी गई।
साहिल की बहन मुस्कान एक मुकदमे में गवाह थी। 24 सितंबर को गवाही होनी थी।
नशीले पदार्थ के तस्कर विवेक, विक्रम और विनय उन्हें धमका रहे थे। कल ही पीड़ित भाई-बहन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इससे गुस्साए आरोपियों ने साहिल को घर से खींचकर उसकी हत्या कर दी।“
फेसबुक यूजर Majlis network ने भी एक तस्वीर शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए समान दावा किया।
वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। आजतक की वेबसाइट पर 22 सितंबर को छपी खबर में वायरल वीडियो भी अपलोड किया गया है। खबर में लिखा है कि कानपुर के गोविंदनगर के महादेव नगर कच्ची बस्ती में साहिल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। आरोपी के परिजन उन पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दैनिक जागरण के कानपुर संस्करण में 21 सितंबर को छपी खबर में लिखा है कि जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर के तीन भाइयों ने दो साथियों के साथ मिलकर पुरानी रंजिश में साहिल की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी है। इस वारदात को दबौली सबस्टेशन के पास अंजाम दिया गया है। शाहिल की बहन की शिकायत के आधार पर गोविंद नगर थाने में विक्रम, विवेक, विनय, अक्षय और विशाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
कानपुर पुलिस के एक्स हैंडल से इस केस के बार में 20 सितंबर को जानकारी पोस्ट की गई है। इसके अनुसार, मृतक युवक का पूरा नाम साहिल पासवान पुत्र लालता प्रसाद है। इस मामले में विक्रम, विवेक, विनय, अक्षय और विशाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों पक्षों में काफी समय से रंजिश चल रही थी, जिस वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इसके बाद हमने फेसबुक यूजर Majlis network द्वारा शेयर की गई तस्वीर को गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। यह तस्वीर हमें एबीपी लाइव की वेबसाइट पर 6 अगस्त 2024 को छपी गुजरात की एक खबर में मिली। इस पर एआई लिखा हुआ है।
इस बारे में दैनिक जागरण कानपुर के क्राइम रिपोर्टर अंंकुर श्रीवास्तव का कहना है कि पुलिस ने पांचवें आरोपी को भी पकड़ लिया है। मृत युवक का पूरा नाम साहिल पासवान था। उसके मुस्लिम होने का दावा गलत है। दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं।
वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर के करीब 10 हजार फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: कानपुर के गोविंद नगर थाने में कुछ युवकों ने साहिल पासवान की हत्या कर दी थी। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।