Fact Check : यूपी की सरकारी अधिकारी ज्‍योति मौर्या को नहीं हुई है जेल, वायरल दावा फर्जी है

बरेली में शुगर मिल में जीएम के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी ज्‍योति मौर्या को इस फैक्ट चेक के पब्लिश होने तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्‍ट फर्जी है।

Fact Check : यूपी की सरकारी अधिकारी ज्‍योति मौर्या को नहीं हुई है जेल, वायरल दावा फर्जी है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। यूपी की सरकारी अधिकारी ज्‍योति मौर्या और उनके पति के बीच विवाद सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक में चर्चा में बना हुआ है। इन सबके बीच सोशल मीडिया के अलग-अलग प्‍लेटफार्म पर ज्‍योति मौर्या को लेकर कई प्रकार के झूठ और भ्रामक दावे वायरल हो रहे हैं। अब दावा किया जा रहा है कि ज्‍योति मौर्या को जेल भेज दिया गया है। विश्‍वास न्‍यूज ने इस दावे की विस्‍तार से जांच की। सच्‍चाई कुछ और ही सामने निकल कर आई। पीसीएस अधिकारी ज्‍योति बरेली के सेमेखेड़ा स्थित शुगर मिल में जीएम हैं। यूपी पुलिस द्वारा उन्हें अरेस्ट नहीं किया गया है।  

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक पेज ‘नंदन सिंह स्टूडियो‘ (आर्काइव लिंक) ने 4 जुलाई को ज्‍योति मौर्या  की फोटो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया, “एसडीएम ज्योति मौर्य और मनीष दुबे को जेल। नैनी जेल में शिफ्ट किया गया।”

इस पोस्‍ट का सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है। इसके कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। 

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने ज्‍योति मौर्या से जुड़े वायरल दावे की पड़ताल के लिए गूगल ओपन सर्च की मदद से संबंधित कीवर्ड सर्च किया। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें कहा गया हो कि पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य को गिरफ्तार किया गया है या जेल भेजा गया है। कुछ सोशल मीडिया यूजर ज्योति मौर्य के साथ उनके मित्र मनीष दुबे की गिरफ़्तारी की भी बात की जा रही है। हमने जांचने के लिए कीवर्ड सर्च किया मगर कहीं भी हमें उनकी गिरफ़्तारी या जेल भेजे जाने की कोई खबर नहीं मिली।

ख़बरों के अनुसार, सीएस अधिकारी ज्योति मौर्या  इस समय बरेली चीनी मिल में बतौर जनरल मैनेजर (GM) कार्यरत हैं। इसलिए इस विषय में हमने दैनिक जागरण बरेली के सिटी चीफ अशोक कुमार से बात की। उन्होंने हमें बताया, “ज्‍योति मौर्या  को ना ही  पद से हटाया गया है, ना ही  उन्हें गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में  जेल भेजने का तो सवाल ही नहीं उठता। लखनऊ में ज्‍योति के पति आलोक ने उनके खिलाफ शिकायत की थी, जिसकी जांच चल रही है।”

वायरल पोस्ट में नैनी जेल का ज़िक्र हैं। इसलिए हमने नैनी जेल के पीआरओ सुनील सिंह से बात की। उन्होंने भी कन्फर्म किया कि पीसीएस अधिकारी ज्‍योति मौर्या या सरकारी अधिकारी मनीष दुबे को नैनी जेल में नहीं लाया गया है।

ज्‍योति मौर्या को लेकर विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी कई फैक्‍ट चेक किए हैं। इन्‍हें यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है। 

आपको बता दें कि सरकारी अधिकारी ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने उनपर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर होने का आरोप लगाया है। आलोक का कहना है कि PCS अधिकारी बनने के बाद ज्योति का अफेयर होमगार्ड कमांडेंट से हो गया। उन्होंने इसका कारण उनकी नौकरी के पदों में अंतर को बताया। आलोक पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी है, जबकि ज्योति का 2015 में एसडीएम पद पर चयन हो गया था। ज्योति मौर्या  केस पर ज़्यादा जानकारी जागरण की इस खबर में पढ़ी जा सकती है।

पड़ताल के अंत में हमने गलत दावा करने वाले फेसबुक यूजर ‘नंदन सिंह स्टूडियो‘ की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। पेज के 89 हजार फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: बरेली में शुगर मिल में जीएम के पद पर तैनात पीसीएस अधिकारी ज्‍योति मौर्या को इस फैक्ट चेक के पब्लिश होने तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्‍ट फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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