Fact Check : यूपी की प्रशासनिक अधिकारी ज्योति मौर्या की मां को नहीं किया गिरफ्तार, वायरल दावा फर्जी है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ज्योति मौर्या की मां की गिरफ्तारी के दावे के साथ वायरल किया जा रहा वीडियो एडिटेड है। अलग-अलग वीडियो को जोड़कर इस वीडियो को तैयार किया गया है। वायरल दावा फर्जी है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। SDM ज्योति मौर्या और उनके पति के बीच का विवाद सोशल मीडिया पर चर्चा में बना हुआ है। आए दिन सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर ज्योति मौर्या को लेकर कई प्रकार के झूठ और भ्रामक दावे वायरल किए जा रहे हैं। अब एक वीडियो को वायरल कर दावा किया जा रहा है कि ज्योति मौर्या की मां को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने इस दावे की विस्‍तार से जांच की। सच्‍चाई कुछ और ही सामने निकल कर आई। ज्‍योति मौर्या की मां को गिरफ्तार किए जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो अलग-अलग वीडियो को जोड़कर बनाया गया है। वायरल दावा पूरी तरह गलत है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज ‘इंडिया 24’ ने (आर्काइव वर्जन) 18 जुलाई को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “SDM ज्योति की मां को महिला पुलिस ने किया गिरफ्तार।”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड की सहायता से गूगल पर सर्च किया। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें कहा गया हो कि प्रशासनिक अधिकारी ज्योति मौर्या की मां को गिरफ्तार किया गया है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल वीडियो को लेकर सर्च किया। हमने वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिस और महिला के बीच झड़प के वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज पर अपलोड किया। हमें वायरल वीडियो में ‘LatestLY’ के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर 20 मई 2021 को अपलोड मिला। वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, “कोविड-19 महामारी के बीच मास्क न पहनने पर मध्य प्रदेश के सागर जिले में पुलिस कर्मियों के एक समूह ने एक महिला को लात-घूंसा मारा और सड़क पर घसीटा। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, महिला और उसकी बेटी कोविड-19 प्रतिबंधों के बीच किराने का सामान खरीदने के लिए बाहर जा रही थीं, तभी मोबाइल वीडियो पर शूट की गई घटना घटी। सोशल मीडिया पर साझा किए गए दृश्यों में, महिला को पुलिस अधिकारियों द्वारा पीटते हुए देखा जा सकता है, जबकि वह खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही है। एक महिला पुलिस अधिकारी को उसे आधिकारिक वाहन में ले जाने की कोशिश करते हुए भी देखा जाता है, लेकिन वह अंदर जाने से इनकार कर देती है, जबकि उसकी बेटी उसे वापस खींचने की कोशिश करती है।”

वायरल वीडियो से जुड़ी खबर को एएनआई की वेबसाइट पर भी 20 जुलाई 2021 को पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल वीडियो में इस्तेमाल किए गए दूसरे वीडियो को सर्च किया। हमें वीडियो के ऊपर एबीपी लाइव लिखा हुआ नजर आया। हमने वीडियो को एबीपी के यूट्यूब चैनल पर खोजा। हमें 15 नवंबर 2022 को वीडियो अपलोड मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो श्रद्धा मर्डर केस का है, जब पुलिस आफताब को लेकर महरौली के जंगल पहुंची थी। इसी वीडियो को एडिट कर एक अन्य वीडियो के साथ जोड़कर ज्‍योति मौर्या की मां की गिरफ्तारी का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में असल वीडियो की शुरुआत के हिस्से को लिया गया है।

पहले भी ज्योति मौर्या से जुड़े कई फर्जी और भ्रामक दावे सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं। इन दावों की पड़ताल कर विश्वास न्यूज ने सच्चाई सामने रखी है। आप हमारी उन फैक्ट चेक स्टोरीज को यहां पढ़ सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए हमने बरेली दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ अशोक कुमार से संपर्क किया। उनका कहना है, “ऐसा कुछ नहीं है। वायरल दावा गलत है। उन्होंने बताया कि ज्योति मौर्या ने कहा है कि वो उनके रील्स और मीम्स बनाने वालों पर एफआईआर भी करेंगी।“

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले पेज को स्कैन किया। हमने पाया कि इस पेज के तकरीबन 11 हजार फॉलोअर्स  हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ज्योति मौर्या की मां की गिरफ्तारी के दावे के साथ वायरल किया जा रहा वीडियो एडिटेड है। अलग-अलग वीडियो को जोड़कर इस वीडियो को तैयार किया गया है। वायरल दावा फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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