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Fact Check: हिंदू लड़की के रोजा रखने पर मुस्लिम पति के पिटाई के दावे से वायरल तस्वीर पाकिस्तान की है

मध्य प्रदेश के कानड़ नगर की रहने वाली शिवानी और रिया ने रोजा रखा था। यूजर्स इसको लेकर झूठा दावा कर रहे हैं कि रोजा रखने पर शिवानी के मुस्लिम पति ने उसकी पिटाई कर दी। कोलाज की दूसरी तस्वीर लाहौर की रहने वाली हजरा की है। इन दोनों तस्वीरों का एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं है।

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नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। ‘लव जिहाद’ के नाम से कई कथित पोस्ट वायरल हो रही हैं। इनमें से एक में दावा किया जा रहा है कि शिवानी और रिया नाम की हिंदू लड़कियों ने रोजा रखा, जिसकी वजह से नाराज होकर शिवानी के मुस्लिम पति ने उसकी पिटाई कर दी। इस दावे के साथ वायरल पोस्ट में एक न्यूजपेपर की कटिंग और एक घायल महिला की फोटो भी लगाई गई है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर ‘लव जिहाद’ के नाम पर वायरल दावा फेक है। वायरल पोस्ट में न्यूजपेपर की कटिंग वाली फोटो मध्य प्रदेश की घटना की है, जबकि घायल महिला की दूसरी तस्वीर पाकिस्तान की है। दोनों फोटो का आपस में कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Devendra Patel (आर्काइव लिंक) ने 23 नवंबर को तस्वीरों के इस कोलाज को पोस्ट किया है। इसमें एक फोटो में न्यूजपेपर की कटिंग है। खबर का शीर्षक है, शिवानी और रिया ने भी रखा रोजा। जबकि दूसरी तस्वीर एक महिला की है, जिसके चेहरे पर चोट के निशान हैं। कोलाज में लिखा है,

शिवानी और रिया नामक हिन्दू बेटियों ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल दी- न्यूज

अरे क्यों दी ये भी तो बताते ??

में बताता हूं – शिवानी ने पहले तो रोजा रखा, आज इस शिवानी के मजहबी पति ने ठुकाई कर दी
Buslim से प्यार हुआ तो अब भुगतो…
उम्मीद है जल्द ही रिया का भी ऐसा फोटो आयेगा

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से शिवानी और रिया के बारे में गूगल पर सर्च किया। दैनिक भास्कर में तीन वर्ष पहले इससे संबंधित खबर छपी है। इसके अनुसार, कानड़ की रहने वाली शिवानी और रिया ने एक दिन के लिए रोजा रखा था। उन्होंने कहा कि इबादत करने से सुख-शांति मिलती है। खबर में दिया गया मैटर न्यूजपेपर की वायरल कटिंग से मिलता-जुलता है। मतलब यह खबर करीब तीन साल पुरानी है।

यूट्यूब चैनल mp news cast पर भी इसके बारे में वीडियो न्यूज देखी जा सकती है। कानड़ की हिंदू बेटियों ने एक दिन का रोजा रखा है। ऐसा करके उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से उनके मन को शांति मिलती है। वीडियो न्यूज को जून 2019 को अपलोड किया गया है।

HP NEWS 24 यूट्यूब चैनल पर भी शिवानी और रिया के रोजा रखने की वीडियो न्यूज को देखा जा सकता है। वीडियो न्यूज को 3 जून 2019 को अपलोड किया गया है। कनड़ की शिवानी और रिया ने एक दिन का रोजा रखा। हालांकि, किसी भी मीडिया रिपोर्ट में रोजे की वजह से उनको पीटे जाने का कोई जिक्र नहीं मिला।

इसके बाद हमने दूसरी तस्वीर को गूगल लेंस की सहायता से सर्च किया। जियो टीवी पर एक वीडियो न्यूज में हमें वायरल तस्वीर मिली। 29 मार्च 2019 को अपलोड इस वीडियो न्यूज में महिला का नाम हजरा दे रखा है। मामला पाकिस्तान के लाहौर का है।

खबर के अनुसार, हाजरा की मेडिकल रिपोर्ट में पता चला है कि उसकी नाक टूट गई है और उसके जबड़े में चोट लगी है। उनके पति को एक दिन पहले लाहौर से गिरफ्तार किया गया था। मेडिकल रिपोर्ट से पता चला है कि उनकी आंखों, गर्दन, सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर यातना के निशान थे।

इस बारे में हमने नईदुनिया के मध्य प्रदेश के शाजापुर ब्यूरो चीफ मोहित व्यास से बात की। उनका कहना है, ‘मामला करीब तीन साल पुराना है। कानड़ में शिवानी और रिया ने रोजा रखा था। उस समय दोनों की शादी भी नहीं हुई थी। उनकी पिटाई वाली बात झूठी है।

विश्‍वास न्‍यूज पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है। पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

फोटो को सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावे से शेयर करने वाली फेसबुक यूजर ‘देवेंद्र पटेल‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह मध्य प्रदेश के सागर में रहते हैं।

निष्कर्ष: मध्य प्रदेश के कानड़ नगर की रहने वाली शिवानी और रिया ने रोजा रखा था। यूजर्स इसको लेकर झूठा दावा कर रहे हैं कि रोजा रखने पर शिवानी के मुस्लिम पति ने उसकी पिटाई कर दी। कोलाज की दूसरी तस्वीर लाहौर की रहने वाली हजरा की है। इन दोनों तस्वीरों का एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं है।

  • Claim Review : शिवानी के रोजा रखने पर उसके मुस्लिम पति ने उसकी पिटाई की।
  • Claimed By : FB User- Devendra Patel
  • Fact Check : झूठ
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