Fact Check : कश्मीर के शहीद औरंगजेब को अपना भाई बताने वाले उद्धव ठाकरे का अधूरा वीडियो गलत दावे के साथ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। दरअसल उद्धव ठाकरे कश्‍मीर के शहीद सैनिक औरंगजेब के बारे में बात कर रहे थे।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। महाराष्‍ट्र के दिग्‍गज नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक वीडियो वायरल करके उन पर निशाना साधा जा रहा है। यह वीडियो एक बार पहले भी गलत दावे के साथ वायरल किया जा चुका है। वीडियो में उद्धव ठाकरे को कश्‍मीर में शहीद हुए भारतीय सैनिक औरंगजेब का जिक्र करते हुए उसे अपना भाई बोलते हुए सुना जा सकता है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस वीडियो को इस दावे के साथ शेयर कर रहे हैं कि उद्धव ठाकरे ने मुगल शासक औरंगजेब को अपना भाई बताया है।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। दरअसल उद्धव ठाकरे कश्‍मीर के शहीद सैनिक औरंगजेब के बारे में बात कर रहे थे। उनके अधूरे वीडियो को गलत संदर्भ के साथ वायरल किया गया।

क्‍या हो रहा है वायरल

कट्टर सनातनी नाम के एक फेसबुक यूजर ने 29 फरवरी को 30 सेकंड का एक वीडियो अपलोड करते हुए लिखा, “हिंदुओं सुनो : औरंगजेब अपना भाई था जिसने भारत माता के लिए कुर्बानी दी थी, राजनैतिक भिखारी के गंदे शब्द ! सत्ता-लालच में विदेशी औरत के तलवे चाटते चाटते यह बालासाहब ठाकरे पुत्र इतना पगला गया है कि हिंदुओं के हत्यारे और शिवाजी के शत्रु के बारे में नया इतिहास पढ़ा रहा है! मराठा वोटर ऐस दल को कैसे वोट करता है? इसे सभी मराठा वोटर तक अग्रसित करें।”

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आकाईव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत ऑनलाइन टूल इनविड से की। इसके माध्‍यम से वायरल वीडियो के कई ग्रैब्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल के जरिए सर्च किया गया तो हमें उद्धव ठाकरे के फेसबुक पेज पर असली वीडियो मिला। 19 फरवरी 2023 को एक कार्यक्रम के दौरान फेसबुक से लाइव किया गया था। वायरल वीडियो उसी लाइव का अधूरा और एडिटेड हिस्‍सा है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पूरे वीडियो को ध्‍यान से सुना। हमें 32 मिनट के बाद इस वीडियो में उद्धव ठाकरे को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “एक अपना फौजी था, कश्‍मीर में। वह छुट्टी लेकर घर जा रहा था, परिवार को मिलने को। जब आतंकवादियों को पता चला कि यह अभी छुट्टी लेकर अकेला जा रहा है, तो बीच में उसे किडनैप किया गया हलाल के लिए। कुछ दिनों बाद उसका क्षत-विक्षत शरीर कहीं मिल गया। वह अपना था या नहीं था। जिसने देश के लिए कुर्बानी दी है। अभी मैं कहूं कि वह मेरा भाई था। आप कहेंगे कि लेकिन आपको नाम पता है, क्‍या है?’ उसका नाम औरगंजेब था। होगा ना, मजहब से मुसलमान होगा, था ही। लेकिन उसने अपने देश के लिए कुर्बानी दी। भारत माता जिसको कहते हैं, उसके लिए अपनी जान तक दे दी। क्‍या वह अपना भाई नहीं था? वह अपना भाई ही था।”

पूरा वीडियो यहां देखा जा सकता है। उद्धव ठाकरे प्रमुख अतिथि के तौर पर मुंबई के अंधेरी में उत्‍तर भारतीय समाज के लोगों के साथ चर्चा कर रहे थे। संबंधित कार्यक्रम की खबर को एबीपी लाइव की वेबसाइट पर भी पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने राज्‍यसभा सदस्‍य प्रियंका चतुर्वेदी से भी इस वीडियो के बारे में संपर्क किया था। उन्‍होंने भी बताया कि कुछ लोगों ने वीडियो को एडिट कर झूठे दावे के साथ वायरल कर दिया।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो को लेकर नवभारत टाइम्‍स, मुंबई के पॉलिटिकल एडिटर अभिमन्यु शितोले से भी बात की थी। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट करते हुए बताया था कि वायरल पोस्‍ट फेक है। उद्धव अपने इस भाषण में कश्मीर में शहीद हुए भारतीय सैनिक औरंगजेब के बारे में बोल रहे थे।

विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी इस वीडियो की जांच कर चुका है। उस वक्‍त की पड़ताल को विस्‍तार से यहां पढ़ा जा सकता है।

अब बारी थी फर्जी दावा करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर कट्टर सनातनी की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यह अकाउंट पूरी तरह फर्जी है। इसमें कोई खास जानकारी उपलब्‍ध नहीं कराई गई है। इस अकाउंट पर हमें सांप्रदायिक और फेक पोस्‍ट की भरमार दिखी।

निष्कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि उद्धव ठाकरे के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से एडिटेड वीडियो को वायरल किया गया। असली वीडियो में वे कश्‍मीर में शहीद हुए सैनिक औरंगजेब का जिक्र कर रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने वीडियो को एडिट कर गलत दावे के साथ वायरल कर दिया।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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