Fact Check: यूनेस्को ने इस हस्ताक्षर को नहीं बताया है दुनिया में सबसे शानदार, वायरल दावा मनगढ़ंत है

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। यूनेस्को सर्वश्रेष्ठ हस्ताक्षर के लिए कोई मान्यता या पुरस्कार नहीं देता है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें एक डॉक्युमेंट पर किये गए एक हस्ताक्षर के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि यूनेस्को ने कर्नाटक के होन्नावर टाउन सब-रजिस्ट्रार के इस सिग्नेचर को दुनिया के सबसे शानदार सिग्नेचर के रूप में मान्यता दी है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। यूनेस्को सर्वश्रेष्ठ हस्ताक्षर के लिए कोई मान्यता या पुरस्कार नहीं देता है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

Noshir Parlewalla (Archive)नाम के फेसबुक यूजर ने इस पोस्ट को शेयर करते हुए साथ में लिखा ‘#SpectacularSignature

UNESCO has declared Sub-Registrar Honavar in Karnataka, India, to have the most spectacular signature in the World…”

हिंदी में यह मैसेज इस प्रकार है, ‘’#शानदार सिग्नेचर’ यूनेस्को ने कर्नाटक, भारत में सब-रजिस्ट्रार होनवर के सिग्नेचर को दुनिया में सबसे शानदार हस्ताक्षर घोषित किया है।’

पड़ताल

पड़ताल शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड्स की मदद से ढूंढा कि क्या यूनेस्को हस्ताक्षरों को लेकर कोई मान्यता देता है। हमें कहीं भी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

हमने यूनेस्को की वेबसाइट को भी खंगाला। यहाँ भी हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली, जिसमें कहा गया हो कि यूनेस्को हस्ताक्षरों को लेकर कोई मान्यता देता है।

अब बारी थी वायरल पोस्ट में दिए गए हस्ताक्षर को चेक करने की। रिवर्स इमेज सर्च का इस्तेमाल करके ढूंढ़ने पर हमें इस हस्ताक्षर को लेकर कई खबरें मिली। ख़बरों के अनुसार, ये कर्नाटक के होन्नावर शहर में काम करने वाले एक सब-रजिस्ट्रार शांतय्या के हस्ताक्षर हैं। अपने आप में अनूठे होने के कारण यह हस्ताक्षर काफी चर्चा में रहा है। खबरों के अनुसार, शांताय्या ने इस हस्ताक्षर को अद्वितीय होने और फ्रॉड से बचने के लिए बनाया था। मगर इस हत्ताक्षर के यूनेस्को द्वारा मान्यता दिए जाने वाली बात कहीं नहीं थी।

हमने इस विषय में सब-रजिस्ट्रार शांतय्या से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “मुझे यूनेस्को की तरफ से ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गयी है। अगर ऐसा सच में होता तो मुझे इसकी जानकारी ज़रूर दी जाती।”

हमने इस विषय में यूनेस्को की इंग्लिश एडिटर रौनी अमेलन से भी मेल के ज़रिये संपर्क साधा है। उनका जवाब आते ही इस खबर को अपडेट किया जाएगा।

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Noshir Parlewalla के फेसबुक पर 4500 दोस्त हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। यूनेस्को सर्वश्रेष्ठ हस्ताक्षर के लिए कोई मान्यता या पुरस्कार नहीं देता है।

False
Symbols that define nature of fake news
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