Fact Check: किसी भी देश के राष्ट्रीय गान की रैंकिंग नहीं करता UNESCO, वायरल दावा गलत

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि भारतीय राष्ट्रगान को लेकर वायरल हो रहा दावा फर्जी है। UNESCO द्वारा किसी भी देश के राष्ट्रगान की रैंकिंग नहीं की जाती है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा दिया जा रहा है कि UNESCO ने भारतीय राष्ट्रगान को दुनिया का सबसे अच्छा राष्ट्रगान घोषित किया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा फर्जी है। UNESCO ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। UNESCO द्वारा किसी भी देश के राष्ट्रगान की रैंकिंग नहीं की जाती है। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Pk Jangid ने 15 जुलाई को पोस्ट शेयर की थी। जिस पर लिखा हुआ है, “हमारा राष्ट्रगान – “जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता ” विश्व का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रगान घोषित हुआ है .. यूनेस्को ने इसकी घोषणा की है, एक भारतीय होने के नाते मुझे इस पर गर्व है.. जयहिंद, भारत माता की जय।”

कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल ओपन सर्च की मदद ली। हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च करना शुरू किया, लेकिन हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने UNESCO की ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। हमें यहां पर भी वायरल दावे से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। 

अंत में पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने दिल्ली के UNESCO ऑफिस में संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यूनेस्को राष्ट्रीय गानों को रैंक नहीं करता है। इस तरह का कोई सर्वे या रैंकिंग हमारे द्वारा नहीं की जाती है। राष्ट्रगान सभी देशों के द्वारा उनके देश के प्रेम को दिखाने का एक तरीका है।”

पहले भी यह दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। विश्वास न्यूज की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है। 

जांच के आखिरी चरण में हमने पोस्ट शेयर करने वाले यूजर Pk Jangid का बैकग्राउंड चेक किया। हमने पाया कि यूजर के फेसबुक पर 759 फ्रेंड्स मौजूद है। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक यूजर जोधपुर शहर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि भारतीय राष्ट्रगान को लेकर वायरल हो रहा दावा फर्जी है। UNESCO द्वारा किसी भी देश के राष्ट्रगान की रैंकिंग नहीं की जाती है।

False
Symbols that define nature of fake news
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