विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो 2019 का है। उस वक्त शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। पुराने वीडियो को लोकसभा इलेक्शन के बाद भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद देश में एनडीए की सरकार बनाने जा रही है। हालांकि, इसी बीच इंडी गठबंधन में चल रही हलचल को लेकर कई ख़बरें भी सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे का राहुल गांधी पर दिए गए बयान की एक क्लिप वायरल हो रही है। वीडियो को हालिया बयान बताते हुए यूजर अलग- अलग प्लेटफॉर्म पर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो 2019 का है। उस वक्त शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। पुराने वीडियो को लोकसभा इलेक्शन के बाद भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”मैं अकेला ही था जो खुलेआम कहता था कि राहुल गांधी जैसे नालायक को सड़क पर जूते मारने चाहिए:- उद्धव ठाकरे।”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने कीवर्ड के साथ न्यूज़ सर्च किया। सर्च किये जाने पर हमें इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर यह वीडियो और इससे जुड़ी खबर मिली। 15 दिसम्बर 2019 को अपलोड हुए वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने राहुल गांधी पर यह बयान 18 सितम्बर 2019 को दिया था।
इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें यह वीडियो रिपब्लिक वर्ल्ड के यूट्यूब चैनल पर 18 सितम्बर 2019 को अपलोड हुआ मिला। यहां से मिली जानकारी से पता चलता है राहुल गांधी के सावरकर पर दिए बयान के बाद उद्धव ठाकरे ने उन्हें लेकर यह अब वायरल किया जा रहा बयान दिया था।
इसी मामले से जुड़ी हमें सितम्बर 2019 की कई ख़बरें भी मिलीं, जिसमें उद्धव ठाकरे के इसी बयान का जिक्र है। खबर को यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।
वायरल पोस्ट से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रवक्ता मंगतराम मुंडे से संपर्क साधा और वायरल वीडियो उनके साथ शेयर किया। इस बारे में उनका कहना था, ‘पुराने वीडियो को अब नए तरीके से गलत मंशा के साथ फैलाया जा रहा है, जबकि ये कई साल पुराना वीडियो है।’
भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक ग्रुप ‘समाजवादी पार्टी- उत्तर प्रदेश सरकार’ की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि इस ग्रुप को 15 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो 2019 का है। उस वक्त शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। पुराने वीडियो को लोकसभा इलेक्शन के बाद भ्रामक दावे के साथ फैलाया जा रहा है।
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