Fact Check: स्मृति ईरानी की दो साल पुरानी तस्वीर को एडिट कर राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से जोड़कर किया जा रहा शेयर

स्मृति ईरानी की तस्वीर को शेयर कर किया जा रहा दावा कि वो राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के बारे में लैपटॉप पर देख रही हैं, गलत निकला। विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर की जांच की और पड़ताल में दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर एडिटेड है और साल 2020 की है और एडिटेड है। दुष्प्रचार की मंशा से तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: स्मृति ईरानी की दो साल पुरानी तस्वीर को एडिट कर राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से जोड़कर किया जा रहा शेयर

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में स्मृति ईरानी लैपटॉप पर राहुल गांधी की तस्वीर को देखती हुई नजर आ रही है। इस तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि स्मृति ईरानी बैठकर राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बारे में देख रही हैं। 

विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर की जांच की और पाया कि यह तस्वीर एडिटेड है। वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2020 की है। दुष्प्रचार की मंशा से तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर राजा गोरखपुरी ने वायरल तस्वीर को 16 सितंबर 2022 को शेयर किया था। यूजर ने शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गाँधी पर पैनी नज़र रखे हुए है।”

रिपोर्ट लिखे जाने तक पोस्ट पर 55 शेयर 604 लाइक्स और 97 कमेंट्स थे। 

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है। 

पड़ताल 

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें असली फोटो कई न्यूज रिपोर्ट्स में मिली। अमर उजाला में 10 दिसंबर 2020 को प्रकाशित एक खबर के मुताबिक, स्मृति ईरानी ने कोरोना के दौरान घर से काम करने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी। जिसके बाद यूजर्स ने उन्हें हवाई चप्पल पहने पर ट्रोल कर दिया था।

अन्य न्यूज रिपोर्ट को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने स्मृति ईरानी के सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें असली तस्वीर उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड मिली। तस्वीर को दिसंबर 2020 में शेयर किया गया था। 

दोनों तस्वीरों के बीच के अंतर को नीचे देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, ‘वायरल दावा गलत है। दुष्प्रचार की मंशा से तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।’

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर राजा गोरखपुरी की सोशल स्कैनिंग की। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर गोरखपुर का रहने वाला है। फेसबुक पर यूजर को 399,898 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: स्मृति ईरानी की तस्वीर को शेयर कर किया जा रहा दावा कि वो राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के बारे में लैपटॉप पर देख रही हैं, गलत निकला। विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर की जांच की और पड़ताल में दावा गलत साबित हुआ। वायरल तस्वीर एडिटेड है और साल 2020 की है और एडिटेड है। दुष्प्रचार की मंशा से तस्वीर को एडिट कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
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