विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पूर्व भाजपा विधायक माया शंकर का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। वायरल वीडियो तकरीबन दो साल पहले हुई घटना का है। पूर्व भाजपा विधायक माया शंकर पर एक छात्रा ने अश्लील हरकत करने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उसके परिजनों ने उन्हें पीट दिया था। दोनों पक्षों ने इस मामले में केस दर्ज करवाए थे और बाद में सुलह कर ली थी।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर मारपीट का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को हालिया बताते हुए दावा किया जा रहा है कि वीडियो में नजर आ रहे शख्स पूर्व भाजपा विधायक माया शंकर हैं। लोगों ने इन्हें एक नाबालिग से छेड़छाड़ करने के आरोप में पीटा है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। वायरल वीडियो तकरीबन दो साल पहले हुई घटना का है। पूर्व भाजपा विधायक माया शंकर पर एक छात्रा ने अश्लील हरकत करने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उसके परिजनों ने उनको पीटा था। दोनों पक्षों ने इस मामले में केस दर्ज करवाए थे और बाद में सुलह कर ली थी।
फेसबुक यूजर आफताब आलम ने 8 मार्च 2023 (आर्काइव लिंक) को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “सर्वप्रथम होली मुबारक * भाजपा और संघ का चरित्र -ये माया शंकर पाठक हैं शिवपुर विधानसभा से दो बार के विधायक, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा और संघ के पदाधिकारी हैं । अपने कॉलेज मे नाबालिक लड़की को छेड़ने को ले कर इनकी पिटाई हो रही है । भाजपा नेताओं द्वारा महिलाओं से अश्लीलता और दुष्कर्म अब आम बात हो गई है। भाजपा_से_बेटी_बचाओ।”
वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 10 जनवरी 2021 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, “चौबेपुर भगतुआ गांव में लोगों ने छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में पूर्व विधायक माया शंकर की पिटाई की। माया शंकर पाठक ने गांव बलुआ पहड़िया मार्ग पर इंजीनियरिंग कालेज खोल रखा है। आरोप है कि इसी कॉलेज की एक छात्रा से पूर्व विधायक ने दुर्व्यहार करने की कोशिश की, जिसकी जानकारी जब परिजनों को लगी, तो आक्रोशित परिजनों ने उनकी परिसर में ही पिटाई कर दी।”
आजतक की वेबसाइट पर 10 जनवरी 2021 को प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, “बीजेपी के पूर्व विधायक और एमपी इंस्टीट्यूट एंड कंप्यूटर कॉलेज के चेयरमैन मायाशंकर पाठक ने सफाई जारी की। माया शंकर ने खुद का वीडियो मैसेज जारी करते हुए बताया कि उनके साथ हुई इस घटना के पीछे की वजह राजनीतिक और जातीय विद्वेष है। उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में बताया कि आज से 8 दिन पहले उनके स्कूल की एक छात्रा उनके पास आई थी, वह 26 जनवरी को लेकर अपना भाषण तैयार करने के लिए आई थी, क्योंकि बच्ची ठीक से संबोधन नहीं कर पा रही थी तो मैंने उसको डांट कर भगा दिया कि तुम यह नहीं कर सकती हो। कल 10-15 की संख्या में एक विशेष जाति के लोग राजनीतिक विद्वेष के चलते मुझे बेइज्जत करने के लिए आए और आते ही उन्होंने मेरे ऊपर हाथ छोड़ दिया, मारपीट की और गाली-गलौच भी की और मुझसे जबरदस्ती सॉरी भी बुलवाया।”
एबीपी न्यूज, अमर उजाला, जनसत्ता और नवभारत टाइम्स ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।
पड़ताल के दौरान पोस्ट से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट हमें एबीपी न्यूज के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो को इसी जानकारी के साथ 11 जनवरी 2021 को अपलोड किया गया है।
अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण वाराणसी के ब्यूरो चीफ प्रमोद यादव से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “यह वीडियो दो साल पहले हुई एक घटना का है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर इस मामले को लेकर केस दर्ज करवाया था। बाद में इस मामले में दोनों पक्षों ने सुलह कर ली थी।”
अब बारी थी फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक हैंडल आफताब आलम की सोशल स्कैनिंग से हमें पता चला कि यह अकाउंट गोरखपुर से हैंडल होता है। यूजर के फेसबुक पर तकरीबन 5 हजार मित्र हैं। सोशल स्कैनिंग के दौरान हमने यह भी पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पूर्व भाजपा विधायक माया शंकर का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। वायरल वीडियो तकरीबन दो साल पहले हुई घटना का है। पूर्व भाजपा विधायक माया शंकर पर एक छात्रा ने अश्लील हरकत करने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उसके परिजनों ने उन्हें पीट दिया था। दोनों पक्षों ने इस मामले में केस दर्ज करवाए थे और बाद में सुलह कर ली थी।
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