Fact Check : जम्‍मू में पुल टूटने का दो साल पुराना वीडियो अब महाराष्‍ट्र का बताकर किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में महाराष्‍ट्र के पुल के नाम पर वायरल पोस्‍ट भ्रामक निकली। वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किया गया वीडियो जम्‍मू की एक पुरानी घटना का है।

Fact Check : जम्‍मू में पुल टूटने का दो साल पुराना वीडियो अब महाराष्‍ट्र का बताकर किया गया वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। महाराष्‍ट्र व गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश के बीच सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्‍टों के वायरल होने का सिलसिला जारी है। एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के अक्कलकुवा से अंकलेश्वर रोड का पुल पानी के तेज बहाव में बह गया। इस वीडियो में एक पुल को पानी के तेज बहाव के बीच टूटते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप और यूट्यूब पर वायरल है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि जिस वीडियो को महाराष्‍ट्र के नाम पर वायरल किया जा रहा है, दरअसल वह जम्‍मू के गाडीगढ़ का पुराना वीडियो है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर वसीम फडवाला ने 14 जुलाई को 30 सेकंड का एक वीडियो अपलोड किया। इसे लेकर दावा किया गया कि यह वीडियो महाराष्‍ट्र का है। यूजर ने लिखा : ‘महाराष्ट्र अक्कलकुवा से अंकलेश्वर रोड का पुल पानी के तेज बहाव में बह गया।’

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://www.youtube.com/watch?v=WDQrBBpVIaA

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट का सच पता लगाने के लिए सबसे पहले वीडियो में से कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल में अपलोड करके खोजना शुरू किया। सर्च के दौरान हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर एक खबर मिली। इस खबर को 26 अगस्‍त 2020 को पब्लिश किया गया था। इसमें वायरल वीडियो मौजूद था। खबर में बताया गया कि भारी बारिश के कारण जम्‍मू के गादीगढ़ में पुल का एक हिस्‍सा टूट गया। पूरी खबर यहां पढ़ी जा सकती है।

वायरल वीडियो 26 अगस्‍त 2020 की तारीख को ही एएनआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी अपलोड किया गया। इसमें भी यही जानकारी दी गई कि जम्‍मू में एक पुल का हिस्‍सा गिर गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने ज्‍यादा पुष्टि के लिए दैनिक जागरण, जम्‍मू के वरिष्‍ठ संवाददाता राहुल शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो जम्‍मू के गाडीगढ़ के दड़ब का है। कुछ वर्ष पहले ही यह घटना घटी थी।

पड़ताल के अंत में महाराष्‍ट्र के नाम पर जम्‍मू का पुराना वीडियो पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर वसीम फडवाला गुजरात के भरूच का रहने वाला है। एक राजनीतिक दल से जुड़े इस यूजर को फेसबुक पर पांच हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में महाराष्‍ट्र के पुल के नाम पर वायरल पोस्‍ट भ्रामक निकली। वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल किया गया वीडियो जम्‍मू की एक पुरानी घटना का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट