विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बाइस पर सवार मुस्लिम महिला और हिंदू पुरुष के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो साल 2021 में हुई घटना का है। इस घटना को लेकर कर्नाटक पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर कर्नाटक की घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मुस्लिम ‘कट्टरपंथियों’ की भीड़ ने अपने हिंदू सहकर्मी के साथ जा रही मुस्लिम महिला के साथ बदतमीजी की। इस वीडियो को हालिया घटना का बताकर शेयर किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो साल 2021 में हुई घटना का है। इस घटना को लेकर कर्नाटक पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
फेसबुक यूजर वर्ल्ड हिंदी न्यूज़ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ कर्नाटक में अपने हिंदू सहकर्मी के साथ कार्यालय से घर तक यात्रा करने के लिए एक मुस्लिम महिला को परेशान कर रही है।”
पोस्ट के आर्काइव को यहां पर देखें।
वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें यह वीडियो CRUX नामक एक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 19 सितंबर 2021 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, बेंगलुरु में बाइक पर अपने हिंदू सहकर्मी के साथ घर जा रही मुस्लिम महिला को बीच सड़क पर रोक दिया। लोगों ने पुरुष के साथ मारपीट करने के साथ-साथ लड़की के साथ दुर्व्यवहार किया।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी रिपोर्ट (आर्काइव लिंक) एनडीटीवी की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 20 सितंबर 2021 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, मामला सामने आने के बाद बेंगलुरु पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
हमें दावे से जुड़ी एक पोस्ट कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिली। उन्होंने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए 19 सितंबर 2021 को अंग्रेजी में ट्वीट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा था, “एक अलग धर्म की महिला के साथ यात्रा कर रहे बाइक सवार पर हमले के मामले के संबंध में, @BlrCityPolice ने तेजी से कार्रवाई की है। पुलिस ने 2 आरोपी व्यक्तियों की पहचान कर ली है। इस मामले में मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मेरी सरकार ऐसी घटनाओं से सख्ती से निपटेगी।”
अधिक जानकारी के लिए हमने बेंगलुरु के पत्रकार यासिर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। यह वीडियो दो साल से ज्यादा पुरानी घटना का है।
अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को तीन सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बाइस पर सवार मुस्लिम महिला और हिंदू पुरुष के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो साल 2021 में हुई घटना का है। इस घटना को लेकर कर्नाटक पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
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