Fact Check : बिहार में महिला के साथ हुई मारपीट का वीडियो दो साल पुराना

विश्वास न्यूज की पड़ताल में महिला पर बर्बरता के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। असल में वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब दो साल पुरानी घटना का है। बिहार के मधेपुरा में साल 2022 में पंचायत के सामने महिला के साथ बर्बरता की गई थी। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था और साल लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। ईरान में इस्लामिक नियमों के विरोध में हाल ही में एक महिला ने बिना कपड़ों के प्रदर्शन किया था। इसी ईरानी महिला का समर्थन कर रहे भारतीयों पर निशाना साधते हुए महिला पर अत्याचार कर रहे लोगों का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह भारत में हाल ही में हुई घटना का वीडियो है, जहां पर महिलाओं के साथ इस तरह से अत्याचार किया जा रहा है। 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। असल में वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब दो साल पुरानी घटना का है। बिहार के मधेपुरा में साल 2022 में पंचायत के सामने महिला के साथ बर्बरता की गई थी। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था और सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘मोहम्मद मुकर्रम अली’ ने 6 नवंबर 2022 को वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “ईरानी महिला की चिंता करने वाले, अंधभक्तों, ये ईरान नहीं ये वही देश है जहां महिला को देवी का दर्जा देने का ढोंग करते, और असलियत छुपाते है ..बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वालो की असलियत।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रभात खबर की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 24 मार्च 2022 को प्रकाशित किया गया है। मौजूद जानकारी के अनुसार, वीडियो बिहार के मधेपुरा अंतर्गत सदर थाना क्षेत्र में हुई घटना का है। महिला का कहना था कि जब वो रात को खेत में शौच करने गई थी। उस दौरान कुछ लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। जब उसने इसकी शिकायत की तो उस पर बर्बरता की गई। 

एनडीटीवी की वेबसाइट पर 24 मार्च 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, परिजनों और पड़ोसी  का कहना है कि यह महिला रात को किसी अन्य शख्स के साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए पकड़ी गई, जिसके बाद पंचायत बुलाई गई और महिला के साथ मारपीट की गई।

द क्विंट की वेबसाइट पर 25 मार्च 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, महिला आयोग ने घटना को संज्ञान में लेते हुए 7 दिनों के भीतर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। जबकि बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था और सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण पटना के मधेपुरा के जिला प्रभारी धर्मेंद्र भारद्वाज से संपर्क किया। उन्होंने वीडियो को दो साल पहले हुई घटना का बताया है।

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को सात हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर यूजर ने खुद को राजस्थान का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में महिला पर बर्बरता के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। असल में वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि करीब दो साल पुरानी घटना का है। बिहार के मधेपुरा में साल 2022 में पंचायत के सामने महिला के साथ बर्बरता की गई थी। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था और साल लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था।

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