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Fact Check : पलवल के तीन साल पुराने वीडियो को हालिया हरियाणा हिंसा से जोड़कर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो का नूंह में हाल में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो अप्रैल 2020 में हरियाणा के पलवल जिले के उटावड़ गांव में हुई एक घटना का है।

  • By: Pallavi Mishra
  • Published: Aug 17, 2023 at 12:55 PM
  • Updated: Aug 17, 2023 at 01:17 PM

नई दिल्‍ली (विश्वास न्यूज)। हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई फर्जी पोस्ट्स वायरल हो रहे हैं। ऐसे ही एक वायरल वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि नूंह का वीडियो है। वीडियो में पुलिसवालों को महिलाओं को पुलिस की जीप में बैठाते हुए देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो का नूंह हिंसा से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो साल 2020 में हरियाणा के पलवल जिले के उटावड़ गांव में हुई एक घटना का है। जिसे अब नूंह हिंसा से जोड़कर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘Ãm Áñ’ ने 11 अगस्त 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “पत्थरबाजों की गर्मी शांत करती हुई हरियाणा पुलिस Full Support to BJP CM ML Khattar जितने भी हिंदू मारे गए नूंह हिंसा में उनसब का हिसाब होना चाहिए। This happens when you question your elected Government”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल

इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने इस वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह वीडियो 24 अप्रैल 2020 में एक ट्विटर पेज पर अपलोडेड मिला। साथ में लिखा था, “@mlkhattar @Dchautala @HumanRightsJus3 सर ये मामला गांव Uttawar जिला पलवल का है आपसे अनुरोध है इस पुलिसवाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की कोशिश करें इस तरह के बर्ताव से शांति भंग हो सकती है महिलाओं के प्रति इस तरह का बर्ताव बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

यहां से क्लू लेते हुए हमने दैनिक जागरण के लिए पलवल को कवर करने वाले रिपोर्टर अंकुर अग्निहोत्री से संपर्क साधा। अंकुर ने हमसे बात करते हुए कहा, “ये वीडियो अप्रैल 2020 का है। मामला पलवल के हथिन स्थित उटावड़ का था, जहां गोकशी की शिकायत पर पुलिस एक मुजरिम की तलाश में गांव गई थी, जहां पुलिसकर्मियों पर आरोपी के परिजनों ने हमला कर दिया था। बाद में पुलिस ज़्यादा बल के साथ दोबारा आई और गोकशी के आरोपी की पत्नी और मां को हिरासत में ले लिया था। यह वीडियो उसी समय का है।”

हमने इस विषय में पुष्टि के लिए हरियाणा पुलिस के पीआरओ संजय कादयान से भी बात की। उन्होंने भी कन्फर्म   किया कि मामला कोरोना काल का था। इसका हाल में हुई नूंह हिंसा से कोई संबंध नहीं है।

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Ãm Áñ (Gabru) के फेसबुक पर 1000 से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं। यूजर इंदौर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो का नूंह में हाल में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो अप्रैल 2020 में हरियाणा के पलवल जिले के उटावड़ गांव में हुई एक घटना का है।

  • Claim Review : नूंह में पुलिस ने महिलाओं पर किया लाठीचार्ज
  • Claimed By : फेसबुक यूजर ‘Ãm Áñ
  • Fact Check : झूठ
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