Fact Check: गुजरात की दोनों बहनों के संन्यास की घटना पुरानी है, हालिया दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर

सूरत के मालवाडा की दो सगी बहनों के 13 मार्च को संन्यासी बनने का दावा करने वाली पोस्ट भ्रामक है। दोनों बहनों दृष्टि और पूजा ने 2019 में दीक्षा ग्रहण की थी।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक फोटो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि सूरत के एक मालवाडा परिवार की दो सगी बहनें करोड़ों की संपत्ति त्यागकर संन्यासी बनने जा रही हैं। उनका फैसला बदलने के लिए उनके परिवार ने उनको नौ दिन के लग्जरी टूर पर भेजा। यहां तक कि उनको सबसे महंगे क्रूज में सवारी तक कराई गई, लेकिन दोनों को यह अच्छा नहीं लगा। परिवार ने उन्हें सारी सुख-सुविधाएं दी हैं, लेकिन उन्होंने संन्यासी बनने का फैसला लिया। 13 मार्च 2022 को दोनों बहनें दृष्टि और पूजा दीक्षा लेकर जैन संन्यासी बन जाएंगी।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में दावे को भ्रमित करने वाला पाया। दरअसल, यह मामला 2019 का है, जिसे हाल का बताकर वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‘Bharat Kothari’ ने 22 नवंबर को इस फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘करोड़ों की संपत्ति त्याग संन्यासी बनने जा रही हैं दो सगी बहनें, 9 देशों की ट्रिप भी बदल न पाई फैसला।
विदेशी जीवन और चकाचौंध से ज्यादा दृष्टि और पूजा को संन्यासी जीवन अच्छा लगा
13 मार्च के दिन दीक्षा लेकर पिता की करोड़ों की संपत्ति का त्याग कर दोनों बहनें जैन संन्यासी बन जाएंगी
सूरत के टेक्सटाइल उद्योगपति की दो बेटी दृष्टि और पूजा दोनों सगी बहने हैं। दोनों ने स्वेच्छा से यह फैसला लिया है कि 13 मार्च के दिन दीक्षा लेकर पिता की करोड़ों की संपत्ति का त्याग कर संन्यासी बन जाएंगी।
उनके इस कदम को रोकने के लिए उनके परिवार वालों ने तमाम कोशिशें की लेकिन सब नाकाम रहीं। दोनों बहनों को 9 देशों का भ्रमण करवाया गया। सबसे महंगे क्रूज की सवारी भी करवाई गई. लेकिन बेटियों को वह सब भी अच्छा नहीं लगा।
बेटियों को करवाया 9 देशों का सफर फिर भी टिकी रहीं अपने फैसले पर…
सूरत के एक मालवाडा परिवार की दोनों बेटियों को अब तक परिवार ने सारे सुख और सुविधा दिए हैं। लेकिन फिर भी परिवार द्वारा दिए गए सुख-साधनों से आकर्षित होने की बजाय संन्यासी जीवन उन्हें आकर्षित कर रहा है।
*उसी वजह से मार्च महीने में दो सगी बहनें एक साथ मे दीक्षा ले रही है।
धन्य है ऐसे मुमुक्षु को जय जिनशासन

फेसबुक पर Bharat Sharma और Archana Singh समेत कई अन्य यूजर्स ने भी इसी तरह के दावे के साथ फोटो को पोस्ट किया है।

पड़ताल

वायरल इमेज को रिवर्स इमेज प्रक्रिया से तलाशने पर हमें 3 नवंबर 2018 को dnaindia में प्रकाशित खबर का लिंक मिला। खबर के मुताबिक, सूरत में एक उद्योगपति की दो बेटियों दृष्टि (17) और पूजा (14) ने दीक्षा लेने का फैसला लिया है। दोनों 13 मार्च 2019 को दीक्षा ग्रहण करेंगी। दोनों को अपना निर्णय बदलने के लिए उनके परिवार ने नौ देशों की यात्रा कराई। इतना ही नहीं, उनको लग्जरी क्रूज में भी घुमाया गया, लेकिन उन्होंने अपना फैसला नहीं बदला।

इसके बारे में की-वर्ड्स से और सर्च करने पर हमें 4 जनवरी 2019 को jagruktimes में पब्लिश एक रिपोर्ट मिली। इसके मुताबिक, सूरत के टेक्सटाइल्स उद्योगपति तरुण भाई जैन की तीन बेटियां हैं। इनमें से दो बेटियों दृष्टि और पूजा ने दीक्षा ग्रहण करने का फैसला लिया है। उनकी माता का नाम वैशाली जैन है। उद्योगपति मूल रूप से मालवाडा के रहने वाले हैं। बेटियों के फैसले के बाद आगे नतमस्तक होकर उनके माता-पिता ने दीक्षादानेश्वरी आचार्य देव गुणरत्नसुरीश्वर महाराज के चरणों में वंदन कर स्वीकृति प्रदान की गई। 13 मार्च को दृष्टि और पूजा की दीक्षा दीक्षादानेश्वरी आचार्य गुणरत्न सुरीश्वर महाराज के सानिध्य में होगी।

न्यूज सर्च में हमें यूट्यूब चैनल ‘SAFAR’ पर 6 जुलाई 2019 को अपलोड एक वीडियो मिला। ‘Drashti & Pooja Diksha Mahotsav Highlight’ टाइटल वाले वीडियो में कार्यक्रम की झलकियां दिखाई गई हैं।

इस बारे में गुजरात में दैनिक जागरण के रिपोर्टर शत्रुघ्न का कहना है कि सूरत की पूजा और दृष्टि जैन ने करीब ढाई साल पहले ही संन्यास ग्रहण कर लिया था। उनके परिवार में ही भक्ति का माहौल है। इससे पहले भी परिवार के सात लोग दीक्षा ले चुके हैं। दृष्टि कक्षा 10 और पूजा कक्षा 7 में थीं। उसी दौरान इन दोनों ने दीक्षा लेने का संकल्प कर लिया था। परिवार आर्थिक रूप से काफी संपन्न है। दोनों ने दुनिया के कई देशों की यात्राएं की हैं। दोनों टेक्नो सेवी है, लेकिन उन्हें भक्ति के मार्ग पर जाना था इसलिए उन्होंने अपने मन से ही दीक्षा का मार्ग चुना और अपने गुरु के प्रति समर्पित होकर भक्ति भाव में लगी हैं। ‌

वायरल इमेज को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ‘Bharat Kothari’ मुंबई के रहने वाले हैं। प्रोफाइल के अनुसार, वह भाजपा से भी जुड़े हुए हैं। इसके अलावा वह 9 अप्रैल 2020 से ‘SANGEET BHERU GROUP’ के एडमिन हैं।

निष्कर्ष: सूरत के मालवाडा की दो सगी बहनों के 13 मार्च 2022 को संन्यासी बनने का दावा करने वाली पोस्ट भ्रामक है। दोनों बहनों दृष्टि और पूजा ने 2019 में दीक्षा ग्रहण की थी और उनकी तस्वीर को हालिया घटना बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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