Fact Check : कुपवाड़ा में भूकंप से नहीं गई तीन लोगों की जान, वायरल तस्‍वीर भी भारत की नहीं

पड़ताल में पता चला कि तुर्किये में आए भूकंप की तस्‍वीर को कुपवाड़ा की बताकर झूठ फैलाया जा रहा है। कुपवाड़ा पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि झूठ फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मंगलवार रात (21 मार्च 2023) आए भूकंप के बाद एक तस्‍वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तीन लोगों की मौत हो गई। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल दावे की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। कुपवाड़ा में भूकंप से किसी की जान नहीं गई । पड़ताल में पता चला कि तुर्किये में आए भूकंप की तस्‍वीर को कुपवाड़ा की बताकर झूठ फैलाया जा रहा है। कुपवाड़ा पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि झूठ फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज मुदास व्‍लाग्‍स (Mudas vlogs) की ओर से 21 मार्च को एक तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए दावा किया गया कि कुपवाड़ा में तीन लोग मर गए। इस तस्‍वीर में एक क्षतिग्रस्‍त इमारत को देखा जा सकता है।

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी सोशल मीडिया के अन्य प्‍लेटफार्म पर वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल का इस्‍तेमाल किया। ओरिजनल तस्‍वीर गेट्टी इमेजेज की वेबसाइट पर मिली। इस तस्‍वीर के बारे में लिखा गया कि 6 फरवरी 2023 को तुर्किये में आए भूकंप के बाद की यह तस्‍वीर है। इस तस्‍वीर को फिराट ओज्दिमीर ने क्लिक किया था।

सर्च के दौरान वायरल तस्‍वीर एनबीसी न्‍यूज की वेबसाइट पर भी मिली। 6 फरवरी 2023 को भूकंप की खबर के साथ इस तस्‍वीर का इस्‍तेमाल किया गया। इसके कैप्‍शन में भी बताया गया कि इस तस्‍वीर को फोटो जर्नलिस्‍ट फिराट ओज्देमीर ने क्लिक किया था। इस तस्‍वीर को तुर्किये की बताया गया।

सर्च को आगे बढ़ाते हुए गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया गया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जहां यह लिखा हो कि भूकंप के कारण कुपवाड़ा में तीन लोगों की मौत हो गई हो। कुपवाड़ा पुलिस का एक ट्वीट जरूर मिला। इसे 21 मार्च को करते हुए लिखा गया कि कुपवाड़ा में भूकंप के कारण तीन लोगों की मौत की खबर फर्जी है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, कश्‍मीर के वरिष्‍ठ पत्रकार नवीन नवाज से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि यह पोस्‍ट फर्जी है। कुपवाड़ा में ऐसी कोई घटना नहीं घटी है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि यूजर को 55 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह यूजर श्रीनगर में रहता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में कुपवाड़ा में तीन लोगों की मौत की खबर अफवाह साबित हुई। वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर तुर्किये की साबित हुई।

False
Symbols that define nature of fake news
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