FACT CHECK: ये महिला राजस्थान की बच्चा चोर नहीं, बल्कि मानसिक रूप से बीमार है

FACT CHECK: ये महिला राजस्थान की बच्चा चोर नहीं, बल्कि मानसिक रूप से बीमार है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर आज कल एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला को देखा जा सकता है। वायरल वीडियो में कुछ लोगों ने इस महिला को पकड़ा हुआ है। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में दावा किया गया है कि यह महिला एक बच्चा चोर है जिसे राजस्थान के रायसिंहनगर के लोगों ने पुलिस के हवाले किया। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा गलत है। असल में ये महिला मानसिक रूप से बीमार और वृद्ध है, जिसका बच्चा चोर गिरोह से कोई लेना-देना नहीं है।

CLAIM

वायरल वीडियो में एक महिला को देखा जा सकता है। वायरल वीडियो में कुछ लोगों ने इस महिला को पकड़ा हुआ है। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में दावा किया गया है, “बच्चों को उठाने वाला गिरोह रायसिंहनगर में भी सक्रिय हुआ। रायसिंहनगर, वार्ड -24 वाल्मीकि मोहल्ले में एक औरत बच्चे को उठा के ले जा रही थी मोहल्ले वालों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। आप सब लोग भी सचेत रहें ।”

FACT CHECK

इस पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने इस वीडियो को Invid टूल पर डाल के इसके कीफ्रेम्स निकाले और फिर उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमने काफी ढूंढा पर हमें इस वीडियो से जुडी कोई खबर नहीं मिली।

इसके बाद हमने सीधा राजस्थान के श्री गंगानगर डिस्ट्रिक्ट के रायसिंहनगर पुलिस स्टेशन के SHO किशन सिंह से बात की जिन्होंने हमें बताया, “ये घटना 4 अगस्त 2019 की है। कुछ लोगों ने इस महिला को पुलिस के हवाले किया। पड़ताल में हमने पाया कि ये महिला कोई बच्चा चोर नहीं है। यह असल में मानसिक रूप से बीमार हैं और बोल भी नहीं पा रहीं थीं। उनकी हालत देखते हुए उन्हें पदमपुर के हर प्रभ आश्रम में भेज दिया गया है।”

ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने हर प्रभ आश्रम के केयरटेकर विनोद कुमार से बात की।  जिन्होंने रायसिंहनगर पुलिस स्टेशन के SHO की बात की फिर से पुष्टि की और बताया कि ये महिला उनके आश्रम में 4 अगस्त को लायी गयीं थीं। महिला वृद्ध और मानसिक रूप से बीमार हैं। उनके घर का अभी कोई अता-पता नहीं है ,क्योंकि वो बोल भी नहीं पा रहीं हैं।” विनोद ने हमारे साथ उनकी कुछ तस्वीरें भी शेयर कीं।

महिला की तस्वीर जब रायसिंहनगर पुलिस ने उन्हें हर प्रभ आश्रम को सौंपा।
हर प्रभ आश्रम में महिला की तस्वीर

इस पोस्ट को Aapno Raisinghnagar नाम के एक फेसबुक पेज पर शेयर किया गया था। इस पेज के कुल 2,406 फॉलोअर्स हैं। इस पेज पर ज़्यादातर रायसिंघ नगर की लोकल खबरें शेयर की जाती हैं।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा गलत है। असल में ये महिला मानसिक रूप से बीमार और वृद्ध है, जिसका बच्चा चोर गिरोह से कोई लेना- देना नहीं है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews।com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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Symbols that define nature of fake news
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