सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के मामले में लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित होने के बाद महुआ मोइत्रा को सुरक्षा बलों द्वारा लोकसभा से बाहर निकाले जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो उनके निष्कासन से कुछ महीने पहले कृषि भवन के बाहर तृणमूल कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का है, जिसमें दिल्ली पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं को हिरासत में लिया था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा की सदस्यता से महुआ मोइत्रा के निष्कासन के बाद सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह संसद से उन्हें बलपूर्वक बाहर निकाले जाने की घटना से संबंधित है। वायरल क्लिप में सुरक्षा बलों को मोइत्रा को बाहर ले जाते हुए देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो लोकसभा से महुआ मोइत्रा के निष्कासन का नहीं, बल्कि कृषि भवन के बाहर प्रदर्शन का है, जब तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ वे कृषि भवन के बाहर प्रदर्शन कर रही थीं।
सोशल मीडिया यूजर ‘The NDN News’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “सांसद महुआ मोइत्रा जी को संसद भवन से इस कदर बाहर निकाला गया।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर भी इस वीडियो क्लिप को समान दावे के साथ शेयर किया गया है।
वायरल वीडियो में महुआ मोइत्रा को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महिला जवानों द्वारा बाहर ले जाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑरिजिनल वीडियो हमें कई यू-ट्यूब चैनलों पर लगा मिला, जिसे दो महीने पहले अपलोड किया गया है।
इंडियन एक्सप्रेस के यू-ट्यूब चैनल पर दो महीने पहले अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन के मुताबिक, महुआ मोइत्रा और अभिषेक बनर्जी को नई दिल्ली स्थित कृषि भवन के बाहर से बलपूर्वक हटा दिया गया। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था।
अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी और पार्टी के अन्य नेताओं को हिरासत में ले लिया था। ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस द्वारा महुआ मोइत्रा और अन्य नेताओं को कृषि भवन से बाहर निकालने के बाद बीजेपी और टीएमसी के बीच जंग छिड़ गई है।
महुआ मोइत्रा ने भी अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से तीन अक्टूबर को इस वीडियो को शेयर किया है।
वायरल क्लिप को लेकर विश्वास न्यूज ने न्यूज एजेंसी भाषा के संसद को कवर करने वाले संवाददाता दीपक रंजन से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह पुराने मामले से संबंधित वीडियो है। गौरतलब है कि सदन में सवाल पूछने के बदले पैसा लेने के मामले में लोकसभा की एथिक्स समिति की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए आठ दिसंबर को महुआ मोइत्रा को संसद की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था।
जागरण डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, “लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा को अब जल्द ही अपना सरकारी आवास भी खाली करना होगा। लोकसभा हाउस कमेटी ने शहरी मामलों के मंत्रालय को संसद के निचले सदन से महुआ के निष्कासन के बारे में सूचित कर दिया है।”
हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो आठ दिसंबर को महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासित किए जाने की घटना से कुछ महीने पहले का है। वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब दो लाख लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के मामले में लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित होने के बाद महुआ मोइत्रा को सुरक्षा बलों द्वारा लोकसभा से बाहर निकाले जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो उनके निष्कासन से कुछ महीने पहले कृषि भवन के बाहर तृणमूल कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का है, जिसमें दिल्ली पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं को हिरासत में लिया था।
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